जिसके इशारे पर नाचते हैं सभी केन्द्रीय मंत्री और 12 सीएम, संघ की मीटिंग में उसे बैठना पड़ा पीछे
भारत की वर्तमान राजनीति में वो पावर हाउस बने हुए हैं। सत्ता उनके इर्द-गिर्द घुमती है। पीएम नेरन्द्र मोदी के वो सबसे बड़े विश्वासपात्र हैं। देश पर शासन करने वाली भारतीय जनता पार्टी उनके नेतृत्व में वर्चस्व के शिखर पर है। आज बीजेपी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के नाम से जानी जाती है। अमित शाह की दोस्ती की ख्वाहिश आपकी राजनीतिक महात्वाकांक्षा के लिए मजबूत सीढ़ी साबित हो सकती है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की शख्सियत के चित्रण का मकसद उनके राजनीतिक आभामंडल को दर्शाना है। लेकिन नीचे की इस तस्वीर को देखिए। वृन्दावन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक चल रही है। आरएसएस की इस मीटिंग में संघ और उसके अनुसांगिक संगठनों के पदाधिकारी देश के सम-सामयिक मुद्दों पर चर्चा करने इकट्ठा हुए हैं। तस्वीर के एकदम बायीं ओर अपनी नजरों को ले जाइए। कई चेहरों के बीच आपको दिखेंगे भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह। पीछे से तीसरी और बायीं तरफ से दूसरी पंक्ति में बैठे अमित शाह संघ की उस बैठक में शिरकत कर रहे हैं जहां हर शख्स संघ का महज एक स्वयंसेवक हैं। इस बैठक में स्वयंसेवकों की राजनीतिक, सामाजिक हैसियत से नेम प्लेट और कुर्सियों की कतार तय नहीं होती है। लिहाजा अमित शाह को एक कोने में बैठना पड़ा।
शुक्रवार को अमित शाह जब वृन्दावन में संघ की बैठक में शिरकत करने पहुंचे तो उनके पास कैबिनेट में एक्सटेंशन के लिए मंत्रियों का नाम तय करने की अहम जिम्मेदारी थी। लेकिन बावजूद इसके अमित शाह इस मीटिंग में अपनी हाजिरी लगाने पहुंचे। ये छोटा सा वाकया पीएम मोदी और अमित शाह के शक्तिशाली नेतृत्व के बावजूद हमें संघ की ताकत का आगाह कराता है। संघ समय समय पर बीजेपी समेत अपने कई संबंद्ध संस्थाओं से बैठक करता रहता है। ताकि दोनों पक्षों के बीच विचार विनिमय होता रहे और संशय के बादल भी छंटते रहे।
इस बैठक में पाकिस्तान और चीन को आर्थिक रूप से कमजोर करने पर चर्चा हुई। समन्वय बैठक में संघ ने जीएसटी और नोटबंदी पर सरकार का समर्थन किया। हालांकि, संघ ने माना कि जीएसटी से छोटे व्यापारियों को नुकसान हुआ है। इसके अलावा समन्वय बैठक में 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर भी चर्चा हुई। सूत्रों ने बातया कि राट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक के पहले दिन शुक्रवार को अमित शाह ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच केशवधाम में करीब आधे घंटे तक गहन मंत्रणा हुई।