बिहार में सरकारी भ्रष्‍टाचार की पोल खोलने वाले आरटीआई कार्यकर्ता की सरेआम गोली मारकर कर दी हत्या

बिहार में इंदिरा आवास योजना, शिक्षकों की नियुक्ति और जीवन बीमा निगम में सरकारी भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाले आरटीआई कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह (60) की मंगलवार (19 जून) को हत्या कर दी गई। पुलिस ने पांच नामजद और सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि राजेंद्र बाइक से घर लौट रहे थे, जब अपराधियों ने दोपहर बाद तकरीबन 1 बजे पीपराकोठी के समीप मठबनवारी चौक पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। राजेंद्र सिंह राजपुर गांव के रहने वाले थे। पिछले साल भी कुछ अज्ञात हमलावरों ने उन्हें अपने वाहन से कुचलने की कोशिश की थी। बिहार के ही एक अन्य आरटीआई कार्यकर्ता शिव प्रकाश राय ने कहा, ‘उन्होंने (राजेंद्र) आरटीआई के माध्यम से इंदिरा आवास योजना और एलआईसी के कुछ एजेंटों द्वारा की जाने वाली अनियमितताओं का खुलासा किया था। राजेंद्र सिंह के लिए लगातार खतरा बना हुआ था।’ बिहार में पिछले 10 वर्षों में 14 आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है।

सगे भाई, भतीजा और पूर्व मुखिया के खिलाफ एफआईआर: आरटीआई कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह की हत्या मामले में उनके सगे भाई सत्येंद्र सिंह, भतीजों सुधांशु, प्रमोद और अजय कुमार सिंह और पूर्व मुखिया सुभाष यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। राजेंद्र सिंह की पत्नी बृजकिशोरी देवी ने इन लोगों पर पति की हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि राजेंद्र का भाई सत्येंद्र से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। बृजकिशोरी ने बताया कि आरटीआई के जरिये भ्रष्टाचार उजागर करने के कारण भी कई लोग उनकी जान के पीछे पड़े थे। ‘प्रभात खबर’ के अनुसार, अपराधियों ने राजेंद्र सिंह को घेर कर उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं। घटनास्थल से कारतूस से भरी पिस्टल की मैगजीन बरामद की गई है।

-rti-activist-rajendra-singh-shot-in-motihari-fir-againstकेस की पैरवी कर जा रहे थे घर: बताया जाता है कि राजेंद्र सिंह सोमवार (18 जून) को मोतिहारी से सटे रघुनाथपुर में एक रिश्तेदार के घर शादी समारोह में शामिल होने गए थे। उसके अगले दिन 19 जून को वह अदालत में किसी केस की पैरवी करने के बाद बाइक से ही वापस घर लौट रहे थे। इस दौरान अपराधियों ने पीछा कर उनकी हत्या कर दी। उनकी जेब से मोबाइल फोन बरामद किया गया है। बता दें कि आरटीआई के जरिये बड़े-बड़े घोटालों को उजागर करने के कारण उनके शत्रुओं की फेहरिस्त काफी लंबी है।

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