ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए रेलवे का सुझाव- भगवा रंग से रंगे जाएं कंपार्टमेंट

ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए केंद्रीय रेलवे ने अनोखे सुझाव दिए हैं। रेलवे का कहना है कि लेडीज कंपार्टमेंट केसरिया रंग से रंगे जाएंगे। महिलाओं में इससे वीरता और साहस जगेगा। जबकि, पुरुषों में बलिदान और शिष्टता आएगी। गुरुवार को रेलवे बोर्ड में जमा किए कॉन्सेप्ट नोट में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) के एडिश्नल चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर प्रणव कुमार ने कहा है, “महिलाओं के लिए आरक्षित कोच/कंपार्टमेंट का रंग बाहर से ट्रेन के बाकी कोचों से अलग होना चाहिए। केसरिया रंग इसके लिए सुझाया गया है।” बता दें कि केंद्रीय रेलवे ने मुंबई की ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए छह नए उपाय सुझाए हैं, जिनमें कंपार्टमेंट के डिब्बों का रंग बदलना भी शामिल है। एक पन्ने के उस नोट में लिखा है, “केसरिया रंग साहस, वीरता और बलिदान को दर्शाता है, जो महिला यात्रियों को उनके कोच में घुसने वालों के खिलाफ जागरूक करेगा। साथ ही यह पुरुष यात्रियों को महिलाओं के लिए आरक्षित कंपार्टमेंट्स में से जाने से उन्हें रोकेगा।”

आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक, रेलवे बोर्ड ने बुधवार को हर रेलवे जोन से महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर उठाए गए कदमों पर सूचना देने के लिए कहा था। बोर्ड ने इसके लिए हर जोन को एक दिन की मोहलत दी थी। बोर्ड ने इसी के साथ कुछ सुझाव भी मांगे थे, जो कि रेलवे में अगले साल लागू किए जा सकें। रेलवे बोर्ड की ओर यह कदम मुंबई में बीते दो महीनों से महिलाओं के खिलाफ ट्रेन में होने वाली घटनाओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया था।

रेलवे बोर्ड ने बुधवार को हर रेलवे जोन से महिलाओं-बच्चों की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर उठाए गए कदमों पर सूचना देने को कहा था, जिसके बाद केंद्रीय रेलवे की ओर से छह सुझाव आए हैं। (फाइल फोटो)

कुमार ने आगे कहा, “अधिकतर मौकों पर पुरुष यात्री गलती से महिलाओं के कंपार्टमेंट में आ जाते हैं। चूंकि हर कंपार्टमेंट/कोच का रंग एक जैसा होता है, इसलिए भी उनके बीच में फर्क करना मुश्किल होता है। ऐसे में हम केवल इस कंपार्टमेंट को दूसरा रंग देकर अलग दिखाना चाहते हैं, ताकि यात्री उसमें जाने से पहले जान जाएं कि वह कौन सा कंपार्टमेंट है। केसरिया रंग चमकदार होता है। यह लाल और पीले सरीखे रंगों की तरह फौरन नजर में आ जाता है।”

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *