SBI ने घटाई ब्याज दरें, 80 लाख लोगों को होगा फायदा
भारतीय स्टेट बैंक ने आधार दर तथा प्रधान उधारी दर (बीपीएलआर) में 0.30-0.30 प्रतिशत की कटौती की है। इससे लगभग 80 लाख ग्राहकों को लाभ होगा। देश के सबसे बड़े बैंक ने मौजूदा ग्राहकों के लिए आधार दर 8.95 प्रतिशत से घटाकर 8.65 प्रतिशत तथा प्रधान उधारी दर (बीपीएलआर) 13.70 प्रतिशत से कम कर 13.40 प्रतिशत कर दिया है। हालांकि बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में कोई बदलाव नहीं किया है। बैंक की एक साल के कर्ज के लिए एमसीएलआर 7.95 प्रतिशत है। एसबीआई ने एक बयान में कहा कि नई दरें 1 जनवरी 2018 से प्रभावी होंगी।
खुदरा और डिजिटल बैंंकिंग के प्रबंध निदेशक पी के गुप्ता ने कांफ्रेन्स में कहा, ‘‘हमने दिसंबर के अंतिम सप्ताह में ब्याज दर की समीक्षा की और जमा पर ब्याज दरों के आधार पर हमने आधार दर 0.30 प्रतिशत कम कर अब 8.65 प्रतिशत कर दिया है।’’ करीब 80 लाख ग्राहक ब्याज दर की पुरानी व्यवस्था पर है और उन्होंने एमसीएलआर को नहीं अपनाया। इन ग्राहकों को इस कटौती का लाभ होगा। बैंक मासिक आधार पर एमसीएलआर की समीक्षा करता है जबकि आधार दर की समीक्षा तिमाही में होती है।
आपको बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में छह बैंको का विलय हुआ था। इनमें भारतीय महिला बैंक, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद और स्टेट बैंक ऑफ ट्रावनकोर शामिल थे। एसबीआई में मर्ज हुए बैंकों की चेकबुक से अब कोई ट्रांजैक्शन नहीं की जा सकती है। यह 1 जनवरी 2018 से नहीं चलेंगी।
1 अप्रैल 2017 को विलय के बाद एसबीआई ने पुराने चेकबुक को 30 सितंबर तक ही वैध करार दिया था लेकिन रिजर्व बैंक ने इस मियाद को बढ़ाकर 31 दिसंबर,2017 कर दिया था। इससे पहले एसबीआई करीब 1300 बैंक शाखाओं का आईएफएससी कोड भी बदल चुका है। एसबीआई से नया चेकबुक हासिल करने के लिए ग्राहकों को बैंक शाखाओं में जाकर या एटीएम में जाकर या मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए अनुरोध करना होगा।