Video: सुषमा स्वराज के संसदीय क्षेत्र के इस संवेदनहीन स्कूल ने एक मासूम छात्रा की भावनाओं से किया खिलवाड़
जिन्हें शिक्षा का मंदिर कहा जाता है, वहां से संवेदनहीनता की अक्सर खबरें आती हैं। निजी कॉन्वेंट स्कूलों में आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावक समय से फीस जमा करना चूक जाते हैं तो बच्चों परीक्षा से भी वंचित कर दिया जाता है। ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के विदिशा के कॉन्वेंट स्कूल से सामने आया है। जहां गुल्लक के पैसे लेकर फीस जमा करने छात्रा पहुंची, फिर भी उसे परीक्षा नहीं देने दिया गया। विदिशा केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का संसदीय क्षेत्र है।
विदिशा जिले के गंजबासौदा निवासी ठाकुर सिंह रघुवशी की बेटी तेजस्वी सेंटर जोसफ स्कूल में कक्षा दो में पढ़ती है।आर्थिक परेशानी के कारण रघुवंशी बेटी की फीस समय से स्कूल में नहीं जमा कर सके। जिस पर स्कूल ने परीक्षा देने से मना कर दिया। इस पर सात साल की बच्ची ने अपना गुल्लक तोड़ा और 1970 रुपये लेकर पिता के साथ स्कूल पहुंची। इस पर भी बच्ची को परीक्षा नहीं देने दिया गया बल्कि स्कूल ने कह दिया कि पैसे आईसीआईसीआई बैंक में जमा करो। बच्ची और उसके पिता गुल्लक के पैसे लेकर गए तो बैंक ने सिक्के लेने से मना कर दिया। फीस जमा न होने पर बच्ची परीक्षा नहीं दे पाई। बच्ची के पिता ने एसडीएम से स्कूल की शिकायत की, जिस पर एसडीएम ने जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया। स्कूल प्रशासन ने सफाई में कहा है कि सीबीएसई के निर्देशों के मुताबिक स्कूल सीधे कैश में फीस नहीं ले सकता, फीस सिर्फ बैंक में जमा हो सकती है।