6-6 साल की उम्र के 300 बच्चों के साथ कुकर्म और मर्डर! मिली थी 1853 साल की सजा
इतिहास में ऐसी कई सीरियल किलिंग की घटनाएं हुई हैं जिनके बारे में जानकर आज भी लोग सिहर जाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही सीरियल किलर के बारे में बता रहे हैं जिसने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थीं। हम बात कर रहे हैं कोलंबिया के कुख्यात सीरियल किलर लुईस अलफ्रोडो गाराविटो की। लुईस अलफ्रोडो एक ऐसा सीरियल किलर था जिसने करीब 300 से ज्यादा बच्चों के साथ कुकर्म किया और 140 से ज्यादा लोगों की हत्या की है।
लुईस अलफ्रेडो गाराविटो का जन्म साल 1957, 25 जनवरी को कोलंबिया में हुआ था। साल 1998 में कोलंबिया एक शहर में 36 शव मिलने से हड़कंप मच गया था। इस केस की जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों के सामने लुईस का नाम सामने आया तो पुलिस भी हैरान रह गई थी। तहकीकात के बाद पुलिस ने साल 1999 में लुईस अलफ्रेडो को गिरफ्तार कर लिया। इस हत्यारे ने पुलिस के सामने 140 बच्चों के कत्ल की बात कबूल कर ली थी।
‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक जब लुईस के बारे में जांच की गई तो पता चला यह हत्यारा 6 से 16 साल तक के बच्चों को मारने से पहले उनके साथ कुकर्म करता था। जांच में पाया गया कि हैवानियत की सारी हदें पार करने वाला यह सीरिल किलर साल 1992 से 1999 तक तकरीबन 300 से ज्यादा बच्चों को अपना शिकार बना चुका है। इस सीरियल किलर ने पहली बार 6 साल के बच्चे को अपना शिकार बनाया था। यह कातिल कितना खतरनाक रहा होगा इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसे ‘द बीस्ट’ भी कहा जाता था।
लुईस एक टीचर और सोशल वर्कर बनकर सड़कों से अनाथ या अन्य बच्चों को साथ ले जाता था। टीचर या सोशल वर्कर बनने की वजह से लोग उसपर शक नहीं करते थे बल्कि उसका धन्यवाद करते थे। इस सीरियल किलर ने इसी तरह कोलंबिया के करीब 50 शहरों में बच्चों का शिकार किया था।
पुलिस का कहना है कि यह कभी भी एक जगह ज्यादा दिन तक नहीं रहता था, रहने की जगह बदलता रहता था, इस वजह से भी इसे पकड़ने में मुश्किल हुई थी। लुईस ने पूछताछ के दौरान पुलिस को नक्शा बनाकर उन जगहों के बारे में बताया था जहां उसने कत्ल कर शव गाड़ दिए थे। लुईस को सबसे पहले 22 अप्रैल, 1999 को कोलंबिया पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस वक्त इस पर 172 लोगों की हत्या का आरोप लगा, लेकिन 147 हत्या ही साबित हो पाया। बाद में माना गया कि उसने 300 से ज्यादा मर्डर किए हैं। इसके जुर्म को देखते हुए इसे 1853 साल और 9 दिन की सजा मिली थी।
लुईस के सात भाई-बहन थे और इसके पिता उसे खूब मारते-पीटते थे। यहां तक कि बचपन में पड़ोस के लोगों ने लुईस के साथ कुकर्म भी किया था। इन घटनाओं के बाद उसका मानसिक संतुलन खराब हो गया और वो नशे का आदी भी हो गया था। ज्यादातर शराब के नशे में गुस्से में घुमता था।