आसाराम के आश्रम में मिली लाश, परिजनों ने लगाया आश्रम वालों पर हत्या का आरोप
नाबालिग से यौन शोषण समेत कई गंभीर मामलों में जेल में बंद आसाराम के लिए एक और नई मुसीबत खड़ी हो गई है। जोधपुर में आसाराम के आश्रम में रहने वाले एक सेवादार ने गुरुवार रात कथित तौर पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मृत सेवादार की पहचान अमित यादव (23) के तौर पर हुई। वह हरियाणा में रेवाड़ी का रहने वाला था। वह पिछले कई साल से पाल गांव में आसाराम के आश्रम में रह रहा था। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि इसे अमित का सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें सेवादार ने किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है। दूसरी तरफ मृत अमित के पिता और अन्य परिजनों ने आसाराम के आश्रम वालों पर हत्या का आरोप लगाया है। अमित के पिता विजय सिंह ने मीडिया से कहा की वो कई सालों से अपने बेटे को घर ले जाने का कोशिश कर रहे थे, लेकिन आश्रम वालों ने कभी बेटे को घर नहीं ले जाने दिया। ये आश्रम वाले अब मुझे मेरे बेटे का शव दे रहे हैं।
पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि अमित आश्रम परिसर के एक कोने में बने कमरे में पिछले चार साल से रह रहा था और इसी में पूजा-पाठ भी करता था। गुरुवार को दिन में उसने पंखे के हुक से फंदा लगा लिया। गुरुवार शाम को अमित को तलाशने निकले लोगों ने कमरे का दरवाजा खोला तो वह फांसी के फंदे से झूलता हुआ मिला। इसके बाद आश्रम वालों ने ही अमित यादव की आत्महत्या की खबर बोरानाडा पुलिस को दी।
बता दें कि आसाराम के आश्रम में किसी सेवादार की मौत का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले पिछले साल मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित आश्रम के सेवादार ने भी इसी तरह खुदकुशी कर ली थी। मृतक मूल रूप से झाबुआ का रहने वाला था। मूल रूप से झाबुआ का रहने वाला धीरज जुलाई, 2017 में ही सेवादार के रूप में आया था।