अनशन पर बैठीं स्वाति मालीवाल को समर्थन देने पहुंचे शत्रुघ्न सिन्हा, बोले- साथ देने और साथ मांगने आया हूं
भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा सोमवार को बच्चियों के साथ बलात्कार करने वालों छह महीने के अंदर फांसी की सजा देने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठीं दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्लू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को समर्थन देने पहुंचे। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि वह एक राजनीतिज्ञ के रूप में नहीं बल्कि एक जागरूक नागरिक, कलाकार और पिता के रूप में वहां आए हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रविवार को अनशन स्थल से की गई मांग से भी पूरी सहमति जताई। वहीं स्वाति मालीवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस की ओर से उनके अनशन में बाधा डाली जा रही है लेकिन वह झुकेंगी नहीं।
समता स्थल पर स्वाति मालीवाल को समर्थन देने पहुंचे शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ‘आज किसी पार्टी की बात नहीं हो रही है, सजग जागरूक नागरिक, संवेदनशील कलाकार और एक बेटी का पिता होने के नाते मैं आपका साथ देने आया हूं और आपका साथ मांगने आया हूं। स्वाति मालीवाल ने जो किया वह सराहनीय है और मैं दिल से कामना करता हूं कि उन्हें कामयाबी मिले क्योंकि इनकी कामयाबी में महिलाओं, हमारे घर की बेटियों, बहनों की सुरक्षा है। मैं चाहूंगा कि यह क्रम टूटने न पाए’। भाजपा सांसद ने कहा, ‘मैं अरविंद केजरीवाल से पूर्णत: सहमत हूं कि ऐसे जघन्य मामलों में समयबद्ध जांच और समयबद्ध न्याय होना चाहिए और बच्चियों के साथ बलात्कार के मामले में छह महीने के अंदर मौत की सजा हो’।
रविवार शाम से ही दिल्ली पुलिस लारा स्वास्थ्य के आधार पर जबरन अनशन तुड़वाने की आशंका जता रहीं डीसीडब्लू अध्यक्ष ने कहा कि अगर अन्ना 73 साल की उम्र में 13 दिन अनशन कर सकते हैं, अरविंद केजरीवाल मधुमेह के मरीज होते हुए भी 15 दिन अनशन कर सकते हैं तो क्या महिलाएं इतनी कमजोर हैं कि वो तीन दिन भी अनशन नहीं कर सकती हैं’? उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस की ओर से व्यवधान डाले जाने से उनकी शक्ति बढ़ी है, और अब वे अपना अनशन तब तक नहीं तोड़ेंगी जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। मालीवाल ने फिर से अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा कि बच्चों के बलात्कार के मामलों में मुकदमा छह महीने में पूरा हो और अपराधियों को फांसी मिले। साथ ही वह दिल्ली में बेहतर फोरेंसिक लैब और 66000 पुलिसकर्मियों की भर्ती की मांग कर रही हैं क्योंकि मालीवाल के मुताबिक दिल्ली के सभी पुलिस थाने आधी क्षमता के साथ काम कर रहे हैं।