बीजेपी की पूर्व सहयोगी शिवसेना ने लिखा- 2019 में टीम मोदी की घट जाएंगी 100-110 सीटें

गोरखपुर, फूलपुर और अररिया लोकसभा उप चुनावों में बीजेपी की हार पर उनकी पूर्व सहयोगी शिवसेना ने भी हमला बोला है। पार्टी ने दोपहर का सामना के संपादकीय में लिखा है कि अंत का आंरभ हो चुका है। शिवसेना ने लिखा है कि नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से अब तक कुल 10 उपचुनाव हो चुके हैं, इनमें से नौ सीटों पर बीजेपी की हार हुई है। पार्टी ने लिखा है कि लोकसभा में बीजेपी के 282 सांसद थे। यह आंकड़ा घटकर 272 रह गया है। बतौर संपादकीय पीएम मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में हुए सारे उपचुनाव बीजेपी हार चुकी है। संपादकीय में लिखा गया है कि एक साल पहले ही यूपी में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला। 325 सीटें जीतकर बीजेपी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया पर मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दोनों के संसदीय क्षेत्र में इस तरह हार हुई। शिवसेना ने सवाल खड़े किए कि अगर त्रिपुरा में लाल किला ढहा तो गोरखपुर में क्या ढहा?

संपादकीय में लिखा गया है कि अगर करप्शन के आरोप में लालू यादव के जेल में बंद होने के बाद भी अररिया और जहानाबाद में बड़े अंतर से राजद जीत गई तो यह नीतीश कुमार और मोदी के लिए बड़ा झटका है। पार्टी ने लिखा है कि उप चुनाव के नतीजे बीजेपी को पटखने वाले हैं। 2019 में बीजेपी की जीत का आंकड़ा 280 नहीं रह सकेगा बल्कि इसमें 100 से 110 सीटों की गिरावट होगी। संपादकीय में यह भी लिखा गया है कि गोरखपुर और फूलपुर के उप चुनाव ने अहंकार और उन्माद का पराभव किया है।

बता दें कि यूपी की गोरखपुर और फूलपुर संसदीय सीट पर उप चुनावों में सपा उम्मीदवार प्रवीण कुमार निषाद और नागेन्द्र पटेल की जीत हुई है। उसे बसपा और रालोद ने समर्थन दिया था। राज्य के राजनीतिक इतिहास में 25 साल बाद ऐसा हुआ है जब सपा-बसपा में चुनावी मेल हुआ है। इससे पहले साल 1993 में जब सपा-बसपा का मेल मुलायम सिंह यादव और कांशी राम के नेतृत्व में हुआ था, तब भी बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी थी। तब राम मंदिर आंदोलन की हवा निकल गई थी। उधर, बिहार में भी अररिया लोकसभा सीट पर राजद के सरफराज आलम और जहानाबाद विधानसभा सीट पर राजद के सुदय यादव की जीत हुई है। एकमात्र भभुआ विधानसभा सीट पर बीजेपी को जीत मिली है।

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