दिल्ली के मैडम तुसाद म्यूजियम में लगा सिंगर आशा भोंसले का मोम का पुतला, देखिए तस्वीरें
देश के पहले मैडम तुसाद संग्रहालय में मशहूर गायिका आशा भोंसले के मोम के पुतले का मंगलवार को अनावरण किया गया। इस मौके पर आशा ने कहा कि उनकी शख्सियत के हर पहलू को समेटे जीवित जैसे दिखने वाले मोम के इस पुतले के जरिए ‘अमर’ होने पर वह बेहद गर्व महसूस कर रहीं हैं। आशा ने कहा, “मैंने कई पुरस्कार जीते हैं..सरकार से मुझे काफी सम्मान भी मिला है और इसके साथ ही मेरे नाम पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज है। मैंने सब कुछ पा लिया है। लेकिन जिस तरह से मैं हूं, वे (मैडम तुसाद के कलाकार) जिन्होंने मुझे मोम की प्रतिमा में प्रस्तुत किया है, उसे देखकर मुझे बहुत खुशी और गर्व हो रहा है।”
आशा ने आईएएनएस के एक सवाल के जवाब में कहा, “मुझे उन पर गर्व महसूस हो रहा है जिन्होंने इसे बनाया है। मुझे खुशी है कि मैं उनमें से (संग्राहलय के लिए) एक हूं जिन्हें भारत से चुना गया है। यह भारत की जीत है ना कि मेरी।” अनावरण के दौरान, आशा अपने मोम के पुतले के बगल में खड़ी थीं। हाथ में माइक लिए गाना गाने वाले की पोज वाले इस पुतले को करीब 150 चित्रों को देखने के बाद बनाया गया है। आशा ने पुतले जैसा ही पोज दिया जो शीशे में बने प्रतिबिब की तरह लग रहा था। उन्होंने कहा, “अधिकारियों ने मुझसे पूछा था कि प्रतिमा को कहां लगाए। मैंने उन्हें बताया कि मैं इसे एल्विस प्रेस्ले और माइकल जैक्सन के बीच में चाहती हूं।”
जब उनसे पूछा गया कि इतने सालों तक कड़ी मेहनत करने के बाद उनकी उम्मीदें और महत्वाकांक्षाएं क्या हैं, तो आशा ने कहा,”मैं ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं रखती। भगवान ने बहुत कुछ दिया है.. मैं अपने जीवन के 85वें वर्ष में हूं, 84 पूरे कर चुकी हूं..मेरे दिमाग में, यही इच्छा (मोम के पुतले के बारे में) थी और यह भी पूरी हो गई है।” इस मौके पर फरमाइश किए जाने पर आशा भोंसले ने फिल्म यादों की बारात का मशहूर गीत ‘चुरा लिया है तुमने जो दिल को’ गाया। आर.डी.बर्मन के संगीतबद्ध इस गीत को उन्होंने मोहम्मद रफी के साथ गाया था और पर्दे पर इसका फिल्मांकन जीनत अमान और विजय अरोड़ा पर किया गया था।