बिहार में शुरू होने जा रहा भव्य सीता मंदिर का निर्माण, पांचवें धाम के तौर पर पहचान बनाने का प्लान
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से पहले ही बिहार में होने जा रहा है भगवान राम की पत्नी सीता के भव्य मंदिर के निर्माण का शुभारंभ
राज्य सरकार बिहार के सीतामढ़ी जिले में इस मंदिर के निर्माण को लेकर योजना बना रही है। हिंदुओं में पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सीतामढ़ी स्थित पुनौरा धाम में ही राम की पत्नी सीता का जन्म हुआ था। सीता के जन्मस्थली पर पहले से ही एक मंदिर का निर्माण हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक नीतीश सरकार अब इस स्थान पर एक भव्य मंदिर के निर्माण का ऐलान इसी महीने की 24 तारीख को कर सकती है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा है कि पुनौरा धाम में 24 अप्रैल को सीता मंदिर के जीर्णोद्धार का ऐलान खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। पुनौरा धाम में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में आने के लिए बीजेपी के सभी विधायकों और सांसदों को न्यौता भेजा गया है।
हालांकि सीता की जन्मस्थली को लेकर विद्वानों में मतभेद भी है। कुछ लोगों का मानना है कि मर्यादा पुरुषोतम श्री राम की पत्नी सीता का जन्म जनकपुरी में हुआ था। बता दें की जनकपुर नेपाल का एक शहर है। जबकि कुछ लोग जगत जननी जानकी का जन्मस्थल सीतामढ़ी को मानते हैं। इस विचार को मानने वाले विद्वानों का तर्क है कि सीता का जन्म धरती के गर्भ से हुआ है जिसे पुनौरा धाम के नाम से जाना जाता है।
यह है प्लान : भगवान राम के जन्म को लेकर रामनवमी का पर्व पूरे देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है। बिहार में नीतीश सरकार ने जानकी नवमी मनाने का ऐलान साल 2015 में किया था। खास बात यह है कि सीतामढ़ी में बनने वाले सीता मंदिर परिसर का निर्माण मशहूर नालंदा और वैशाली यूनिवर्सिटी के परिसर को ध्यान मे रख कर किया जाएगा। नालंदा और वैशाली यूनिवर्सिटी छात्रों के आकर्षण का खास केंद्र रहा है। सीता मंदिर का प्रांगण इस बात को ध्यान में रख कर बनाया जाएगा कि निर्माण के बाद यह पांचवें धाम के तौर पर जाना जाए। इतना ही नहीं बुद्ध स्थल की तरह ही इस मंदिर को प्रमुख धार्मिक स्थलों में भी शुमार किया जाएगा।