ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को चालू हुए महीना भी नही हुआ और हुई करोड़ों की चोरी, टोटी तक निकाला गया
चोरों ने हाल ही में बने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर उत्पात मचाया है। चोर एक्सप्रेव-वे के अंडरपास में रोशनी के लिए लगी एलईडी लाइटें को जलाने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले सोलर लाइटों को चुरा ले गए। इस एक्सप्रेस-वे पर तक करीब 12 से ज्यादा सोलर लाइटें चोरी हो चुकी हैं। सगौलीतगा, लहचौड़ा जंगल के पास से यह चोरी हुई है। चोरों ने दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर इंटरचेंज के लिए बने फव्वारों से टोटियां भी चोरी कर ली हैं। इतना ही नहीं अंडरपास में लगी लाइटों को भी निकाल लिया गया है। कहा जा रहा है कि कुछ जगहों पर चोरों ने गैस कटर का इस्तेमाल इस चोरी में किया है।
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में अनुमान जताया गया है कि अब तक यहां करीब 1 करोड़ रुपये से ऊपर का सामान इस एक्सप्रेस-वे पर से चोरी हो चुका है तो वहीं करीब 4 करोड़ की संपत्ति को नुकसान भी पहुंचा है। कहा जा रहा है कि करीब 70 लाख का तो सिर्फ लोहा अब तक इस हाईवे से चोरी हुआ है। एक्सप्रेस-वे के आसपास सुरक्षा की मजबूत व्यवस्था नहीं होना इन चोरियों की वजह बतलाई जा रही है। सुनसान होने की वजह से यह जगह चोरों के लिए काफी मुफीद बन गई है। अक्सर रात के अंधेर में यहां चोर आसानी से एक्सप्रेस-वे पर लगी लाइटें या अन्य दूसरी चीजें चोरी कर ले जाते हैं।
फिलहाल जनता को मिले नए एक्सप्रेस वे पर चोरी की इन वारदातों के बाद पुलिस का कहना है कि एक्सप्रेस-वे पर लगे जरूरी सामानों की सुरक्षा के लिए उपाय किये जा रहे हैं।आपको बता दें कि 27 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले स्मार्ट एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और पलवल को जोड़ता है जिससे इस रूट पर घंटों तक लगने वाले जाम की स्थिति से लोगों को राहत मिलती है।
इस वजह से लोगों का गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और पलवल के बीच ट्रेवल करने का समय भी घट गया है। एक्सप्रेस-वे पर वाहन 120 किलोमीटर की रफ्तार से चलाए जा सकते हैं। 135 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे पर 6 इंटरचेंज, 4 फ्लाईओवर, 71 अंडरपास और 6 आरओबी हैं। इसके अलावा यमुना और हिंडन पर दो बड़े पुल हैं।