जाति के नाम पर राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं नेता’
केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने यहां शुक्रवार को कहा कि कुछ नेता आज जाति और अगड़े-पिछड़े के नाम पर राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह ने अगड़े समाज के होने के बावजूद समाज के सभी वर्गो के समुचित विकास के लिए आरक्षण लागू करवाया था, न कि वर्ग संघर्ष के लिए। बिहार के राजगीर में लोजपा के दो दिवसीय सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए पासवान ने कहा कि सही अर्थो में वी. पी. सिंह ‘मंडल मसीहा’ के परिचायक थे। उनकी मंशा समाज के सभी वर्गो के विकास की थी। लोजपा अध्यक्ष ने दुख व्यक्त करते हुए कहा, “यह अत्यंत दुखद है कि कुछ नेताओं ने इसे अगड़े-पिछड़े की लड़ाई बनाकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकी।
उन्होंने दावा किया कि लोजपा वी.पी. सिंह का अनुसरण कर सभी वर्ग व जाति के हित के लिए काम करती है। उन्होंने कहा कि लोग लोजपा को वोट दें या नहीं दें, लेकिन देश के सभी क्षेत्रों के लोग यह तो कहते ही हैं कि लोजपा एक अच्छी पार्टी है।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के समय पाला बदलकर संप्रग से राजग में शामिल हुई पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि वह कुर्सी के लिए नहीं, बल्कि जनता की सेवा के लिए राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें तीन बार मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला, जिसका फायदा उठाकर वह मुख्यमंत्री बन सकते थे। पासवान ने बाद में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि जद (यू) के राजग में आने से भाजपा की अगुवाई वाले राजग में वर्ष 2019 के संभावित लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर कोई खींचतान नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आने पर राजग के सभी घटक दल आपस में बैठकर सीटें तय कर लेंगे।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राजग के लाभ के लिए ही लोजपा चुनाव नहीं लड़ी थी। उन्होंने दावा किया कि इस बार जद (यू) भी साथ में है, ऐसे में राजग बिहार की सभी 40 संसदीय सीटों पर विजयी होगा।