यूपी: खुली सरकारी व्यवस्था की पोल, अस्पताल के भीतर से नवजात की लाश को बाहर खींच ले गया कुत्ता
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की कलई खुल गई है। वाराणसी के एक सरकारी अस्पताल के प्रसूति वार्ड से आवारा कुत्ता नवजात बच्ची के शव को घसीटता हुआ बाहर ले गया। इस गंभीर मामले के बाद प्रशासन मामले को रफा-दफा करने में जुट गया है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अन्य मरीजों के परिजनों ने कुत्ते को महिला अस्पताल के गेट से बच्ची के शव को बाहर ले जाते देखा। एक चश्मदीद ने बताया कि उन्होंने कुत्ते को दूर भगाकर शव को बचाया। आजमगढ़ के देवरिया गांव के महातम यादव की पत्नी शीतला यादव (35) ने बच्ची को जन्म दिया था, लेकिन कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। उसका शव वॉर्ड के फ्लोर पर ही रख दिया गया। जब शीतला और वॉर्ड में मौजूद अन्य महिलाओं की आंख लग गई तो कुत्ता आकर शव ले गया।
जब अस्पताल प्रशासन को इस घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने कथित रूप से महातम से यह लिखकर देने को कहा कि शव उसके कब्जे में था। चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ.अमृता अग्रवाल ने कहा, ”डिलीवरी के बाद नवजात को परिजनों को सौंप दिया गया था। इसमें अस्पताल की कोई गलती नहीं है कि वह बच्ची की रक्षा नहीं कर पाए। अस्पताल प्रशासन हर महिला को सुरक्षा मुहैया नहीं करा सकता। 3 वॉचमैन और दो होम गार्ड्स सुरक्षा के लिए अस्पताल के दरवाजों पर तैनात रहते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों को अस्पताल परिसर में घूमते आवारा कुत्तों की जानकारी दी गई है”। उन्होंने यह भी कहा कि शव लेते वक्त परिजनों ने रसीद पर दस्तखत भी किए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक एेसे हादसे पहले भी कई बार राज्य में हो चुके हैं। पिछले साल गाजियाबाद के एमएमजी जिला अस्पताल में कुत्ते नवजात बच्ची को ले जाते देखे गए थे।