गर्ल्स हॉस्टल की बालकनी में खड़ी थी लड़की, आंख में आकर घुस गया रॉकेट
दिवाली खुशियों और रोशनी का त्योहार है लेकिन हैदराबाद की इंजीनियरिंग की छात्रा सपना के लिए यह त्योहार अंधेरा लेकर आया। सपना ने इस उजाले के त्यौहार पर अपनी एक आंख खो दी। घटना हैदराबाद के इब्राहिमपटनम इलाके की है। यहां के गुरु नानक इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल की छात्रा सपना दिवाली पर आतिशबाजी देख रहीं थीं। तभी किसी छात्र ने रॉकेट चलाया, जो सपना की आंख में जाकर फटा। इस गंभीर हादसे में सपना की एक आंख खराब हो गई और उससे खून टपकने लगा। घटना के बाद उन्हें तुरंत महेंदीपट्टनम के सरोजनी देवी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन तब तक उनकी आंख पूरी तरह खराब हो चुकी है। खबर के अनुसार उन्हें शरीर के अन्य हिस्से पर चोटें आई हैं। गौरतलब है कि दिवाली की रात से इस हॉस्पिटल में 25 लोगों की भर्ती कराया गया है जिनमें 15 की हालत नाजुक बताई गई है। घायलों में छह बच्चे भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली-एनसीआर में पटाखों पर बैन लगाए जाने के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि, इस बार दिल्ली बिना पटाखों के शोर और लोग क्रैकर फ्री दिवाली मनाएंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। गुरुवार को लोगों ने खूब पटाखे जलाए जिसका असर सुबह नजर आया। ऐसा लग रहा था कि जैसे आसमान में धुंध सी छा गई हो। प्रदूषण की जांच करने वाले स्टेशन के ऑनलाइन इंडिकेटर्स ने लाल रंग दिखाया जिसका मतलब था कि एयर क्वालिटी बहुत ही खराब है। सुबह सात बजे पीएम 2.5 का स्तर पीएम 10 से बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ मापा गया था। यह हवा सांस लेते समय रक्तप्रवाह तक पहुंचने का प्रबंध कर लेती है जो कि बेहद नुकसान देह हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो इसके कारण कैंसर होने का खतरा भी बढ़ सकता है।
पिछले साल के तथ्यों के अनुसार इस साल दिवाली के मौके पर प्रदूषण में थोड़ी गिरावट जरुर आई है लेकिन यह हवा अभी भी खतरनाक है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए रिकोर्ड के मुताबिक एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) गुरुवार को 319 मापा गया था जो कि बेहद ही खराब हवा की कैटेगरी में आता है। वहीं पिछले साल एयर क्वालिटी इंडेक्स 431 मापा गया था। अगर एक्यूआई लेवल 0-50 होता है तो उस हवा को अच्छा माना जाता है, 51-100 को संतुष्ठ, 101-200 को मध्यम, 201-300 खराब, 301-400 बेहद खराब और 401 और इससे ज्यादा के लेवल को खतरनाक माना जाता है।