जम्मू-कश्मीर: राष्ट्रगान के दौरान नहीं खड़े हुए अफसर, विरोध करने पर स्टूडेंट्स की पिटाई
अब तक राष्ट्रगान नहीं गाने या राष्ट्रगान के वक्त खड़े नहीं होनेवाले के खिलाफ कार्रवाई या किसी तरह के ऐक्शन की बात सामने आती रही है लेकिन जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में राष्ट्रगान की रक्षा में खड़े विद्यार्थियों पर लाठीचार्ज का मामला सामने आया है। दरअसल, वहां के ब्वॉय्ज हायर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक कार्यक्रम था, जिसमें राजस्व विभाग के असिस्टेन्ट कमिश्नर बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए थे। टाइम्स नाऊ के मुताबिक जब समारोह की शुरुआत में राष्ट्रगान गाया जाने लगा तो असिस्टेन्ट कमिशनर अपने अंगरक्षकों के साथ वहां प्रवेश कर रहे थे लेकिन राष्ट्रगान बजता सुनकर भी अधिकारी न तो रुके और न ही उसके सम्मान में खड़े हुए।
मामला गुरुवार (12 अक्टूबर) का है। बाद में जब वहां के छात्रों ने असिस्टेन्ट कमिशनर की इस हरकत का विरोध किया तो उनकी जमकर पिटाई कर दी गई। पुलिस वालों ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया।
छात्रों ने आज (शुक्रवार, 13 अक्टूबर को) भी उस घटना के विरोध में किश्तवाड़ जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और आरोपी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हंगामा बढ़ता देख उप आयुक्त ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और एक सीनियर अधिकारी को इसका जिम्मा सौंपा है। उधर, सैकड़ों छात्र अभी भी आरोपी अधिकारी से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि देश के सभी सिनेमाघरों में फिल्म से पहले राष्ट्रगान बजाया जाना जरूरी है। इसके साथ ही कोर्ट ने निर्देश दिया था कि राष्ट्रगान बजने के समय सभी दर्शकों को उसके सम्मान में खड़ा होना अनिवार्य है। कोर्ट ने आदेश दिया था कि राष्ट्रगान बजाते समय सिनेमा हॉल के पर्दे पर तिरंगा दिखाया जाना चाहिए। हालांकि, कोर्ट ने यह भी कहा था कि सिनेमा में ड्रामा पैदा करने के लिए राष्ट्रगान का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। इनके अलावा राष्ट्रगान के सम्मान में एक मान्य प्रचलन है कि जब भी राष्ट्रगान बजता है तो लोग उसके सम्मान में खड़े हो जाते हैं या जो लोग बैठे हैं वो बैठे रह सकते हैं लेकिन इस दौरान कोई हरकत नहीं होनी चाहिए।