गुजरात पुलिस के सर्वे में चौकानें वाले खुलासे: स्टूडेंट्स पैसों की खातिर कर रहे सेक्स, शराब और ड्रग्स की लत

गुजरात पुलिस ने एक सर्वे में पाया है कि आणंद, वल्लभ विद्यानगर और करमसाड स्थित करीब 100 शिक्षण संस्थानों के हॉस्टल में रह रहे 50 फीसदी स्टूडेंट्स पैसों की खातिर देह व्यापार कर रहे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक इनमें इनमें छात्र और छात्राएं दोनों शामिल हैं। सर्वे के मुताबिक छात्र और छात्राएं ऐसा शराब और ड्रग्स की लत की पूर्ती के लिए करते हैं। आणंद के पुलिस अधीक्षक मारकंड चौहान ने बताया कि पुलिस ने दो महीने में सर्वे किया। चौहान ने बताया कि सर्वे में यह बात सामने आई है कि कुछ छात्र और छात्राएं देह व्यापार करते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा करने वाले छात्र और छात्राओं की सटीक संख्या के बारे में उनको जानकारी नहीं है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि सर्वे में पाया गया कि पचास फीसदी स्टूडेंट्स शराब, ड्रग्स और सिगरेट का सेवन करने के आदी हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि एजुकेशन हब में करीब 65 हजार स्टूडेंट पढ़ते हैं। कुछ मामलों में पुलिस ने पाया कि चाय की दुकानों से शराब और ड्रग्स सप्लाई की जाती है। लेकिन जिस मात्रा में चाय की दुकानों से ड्रग्स सप्लाई होती है, उसके आधार पर छापेमारी का वारंट जारी नहीं हो सकता है। पुलिस के मुताबिक नए शैक्षिक वर्ष में एक और सर्वे किया जाएगा, जो कि 11 जून से शुरू हो रहा है। पुलिस के सर्वे में नशे की विभिन्न श्रेणी के आधार पर छात्रों और छात्राओं के आंकड़े पता नहीं चल पाए हैं। एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के मुताबिक यह सर्वे इसलिए किया गया क्योंकि पुलिस को एजुकेशन जोन में अंजाम दी रहीं अवांछित गतिविधियों की जानकारियां मिल रही थीं।

चौहान ने बताया कि छात्रों के विवरण को समझने के लिए गोपनीय रूप से कुछ हॉस्टल वालों से पूछताछ की गई। पुलिस ने चाय की दुकानों से भी जानकारी जुटाई। पुलिस के मुताबिक कुछ छात्र प्रतिनिधियों ने भी इस बारे में जानकारी जुटाने के लिए मदद की। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक 18-21 वर्ष के स्टूडेंट्स पर सर्वे में किया गया, इनमें कुछ 25 वर्ष तक के स्टूडेंट्स भी शामिल किए गए, जो संभवत: शोध या पीएचडी कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि नए शैक्षिक वर्ष में फिर से सर्वे किया जाएगा, छापेमारी की जाएगी और नशा-मुक्ति के लिए परामर्श केंद्रों की भी व्यवस्था की जाएगी।

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