ब्लंडर था ऑपरेशन ब्लूस्टार, भिंडरावाला ने कभी नहीं मांगा था खालिस्तान: BJP सांसद सुब्रमण्यन स्वामी
राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने तथाकथित अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडारवाले को लेकर बड़ा बयान दिया है।सुब्रमण्यन स्वामी ने रविवार (29 अप्रैल) को दावा किया की जरनैल सिंह ने कभी भी ‘खालिस्तान’ की मांग नहीं की थी। अमृतसर में विश्व संवाद समिति द्वारा आयोजित एक सेमिनार में बोलते हुए सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि उस दौरान जो कुछ भी पंजाब में हुआ मैंने उसे काफी नजदीक से देखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह देश को बांटने की एक बड़ी साजिश थी। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ के दौरान अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सिख अलगाववादियों के साथ मौजूद भिंडारवाले ने कभी भी अलग खालिस्तान की मांग नहीं रखी। इतना ही नहीं स्वामी ने आगे कहा कि अगर भिंडारवाले ने ऐसा कुछ कहा है तो मुझे उसका वीडियो दिखलाइए। इसपर वहां मौजूद एक शख्स ने सुब्रमण्यन स्वामी को याद दिलाया कि यू-ट्यूब पर एक वीडियो मौजूद है जिसमें भिंडारवाला अलग खालिस्तान की बात कहते हुए सुनाई दे रहे हैं।
इसपर जवाब देते हुए सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि इस बारे में उनसे मेरी हुई बातचीत के मुताबिक उन्होंने खालिस्तान की मांग नहीं की, बल्कि उन्होंने कहा था कि अगर कोई उन्हें यह (खालिस्तान) तोहफे में दे देगा तो वो इनकार नहीं करेंगे। सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ एक बहुत बड़ी गलती थी। उन्होंने कहा कि इसके पीछे यूनियन ऑफ सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक (यूएसएसआर) का हाथ था। सुब्रमण्यन स्वामी ने सिखों के खिलाफ हुए दंगों की निंदा भी की। उन्होंने कहा कि भारत में जन्म लेने वाले सभी नागरिकों का डीएनए एक है।
क्या है ऑपरेशन ब्लू स्टार? अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर के पास अपने हथियारबंद साथियों के साथ छिपे बैठे भिंडारवाले और उसकी छोटी सी टुकड़ी को काबू करने के लिए सेना ने वर्ष 1984 में एक अभियान चलाया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर यह ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ चलाया गया। ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ में 80 से ज्यादा सैन्यकर्मी और करीब 490 से ज्यादा नागरिक मारे गए थे। ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ के बाद देश भर में सिख आक्रोशित हो गए। इसी साल 31 अक्टूबर को इंदिरा गांधी के दो सिख अंगरक्षकों ने उनकी हत्या कर दी। उसके बाद देश भर में गुस्साई भीड़ ने 8000 से ज्यादा सिखों को मौत के घाट उतार दिया था।