छेड़छाड़ की शिकार एक आदिवासी बालिका के शुद्धिकरण के नाम पर नदी में नहवा का बाल काटे गये

छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में छेड़छाड़ की शिकार एक आदिवासी बालिका के शुद्धिकरण के नाम पर समाज के लोगों ने उसके बाल काट दिये। पुलिस ने छेड़छाड़ के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं बाल काटने की घटना में शामिल लोग फरार हैं। कवर्धा जिले के पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह ने आज ‘भाषा’ को दूरभाष पर बताया कि ष्जिला मुख्यालय से लगभग 75 किलोमीटर दूर आदिवासी बाहुल्य कुकदूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेंदूरखार गांव में छेड़छाड़ की शिकार 13 वर्षीय आदिवासी बालिका के समाज के लोगों ने बाल काट दिये।

पुलिस ने छेड़छाड़ के आरोपी अर्जुन यादव (22) को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं बैगा आदिवासी समाज की तीन महिलाओं समेत 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। सिंह ने बताया कि पिछले महीने की 21 तारीख को सेंदूरखार गांव में निर्माणाधीन मकान में काम करने के दौरान बालिका से अर्जुन यादव ने छेड़छाड़ की थी। जब बालिका ने इसकी जानकारी परिजन को दी तब गांव में दूसरे दिन 22 तारीख को पंचायत बुलाकर यादव पर पांच हजार रूपए का दंड लगाया गया था। मामले की जानकारी पुलिस को नहीं दी गई थी।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना के बाद चार फरवरी को बैगा आदिवासी समाज के लोगों ने एक बैठक की और बालिका के परिजन से कहा कि उनकी बेटी से छेड़छाड़ हुई है, इसलिए वह अशुद्ध हो गई है। इसके बाद समाज ने बालिका और उसके परिजन को समाज से बहिष्कृत कर दिया। सिंह ने बताया कि दूसरे दिन पांच तारीख को समाज के लोगों ने एक बार फिर बैठक कर कहा कि लड़की का शुद्धिकरण करना होगा। इसके बाद बालिका को नदी में नहलाया गया और उसके आधे बाल काट दिये गये । बालिका के परिजन को समाज को भोजन कराने के लिए भी कहा गया।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आज जब पुलिस को मामले की जानकारी हुई तब पुलिस दल को गांव भेजा गया। पुलिस ने इस मामले में छेड़छाड़ के आरोपी युवक को गिरफतार कर लिया है। वहीं बालिका के बाल काटने की आरोपी तीन महिलाओं समेत 10 लोग फरार हो गए हैं। उन्होंने बताया कि आरोपियों की तलाश में पुलिस दल रवाना किया गया है।

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