कुरान में छिपाकर ड्रग्स की तस्करी कर रहे थे रोहिंग्या, तस्वीर शेयर कर तस्लीमा का आरोप
बांग्लादेश की निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन ने एक तस्वीर शेयर कर बांग्लादेश में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों पर ड्रग्स की तस्करी का आरोप लगाया है। तस्लीमा नसरी ने कहा है कि इस सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लेखिका ने कहा है कि इन लोगों ने याबा, जिसे मैडनेस ड्रग कहा जाता है की तस्करी के लिए पवित्र कुरान का इस्तेमाल किया। तस्लीमा नसरीन ने ट्वीट किया, “बांग्लादेश में 3 रोहिंग्या गिरफ्तार किये गये हैं, इन लोगों ने अपने पवित्र कुरान का इस्तमाल याबा की तस्करी के लिए किया जिसे मैडनेस ड्रग भी कहा जाता है।” तस्लीमा नसरीन ने गिरफ्तार किये लोगों की तस्वीरें शेयर की है। इस तस्वीर में तीन लोग दिख रहे हैं, उनके पीछे बांग्लादेश के 6 सुरक्षा बल खड़े हैं। सामने एक टेबल पर ड्रग्स के पैकेट्स रख हुए हैं। बता दें कि म्यांमार से आए लगभग 6 लाख रोहिंग्या मुसलमान इस वक्त बांग्लादेश में रह रहे हैं। इन पर कई बार अवैध गतिविधियों में शामिल होने का भी आरोप लगता रहता है।
3 Rohingyas are arrested in Bangladesh. They used their holy Koran to smuggle Yaba, the madness drug. pic.twitter.com/zTGixI1AJT
— taslima nasreen (@taslimanasreen) March 15, 2018
बता दें कि समुद्री तट से सटे होने की वजह से बांग्लादेश में ड्रग्स की तस्करी बड़े पैमाने पर होती है। बांग्लादेश के डिपार्टमेंट ऑफ नारकोटिक्स ने पिछले साल सितंबर में भी तीन रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया था। पिछले कुछ सालों में बांग्लादेश में इसकी तस्करी में इजाफा हुआ है। बांग्लादेश की कानून एजेंसियों का मानना है कि लोग लचीले कानून का फायदा उठाकर इस मामले में गिरफ्तार होने के बावजूद बेल ले लेते हैं और फिर से इस अपराध की राह पर चल पड़ते हैं।
बता दें कि म्यांमार सेना पर अगस्त 2017 में सैन्य अभियान के दौरान रोहिंग्याओं पर अत्याचार का आरोप लगा है। म्यामार की सेना पर रोहिंग्या मुसलमानों के गांवों को जलाने, हत्या करने और उनकी महिलाओं, लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने के आरोप हैं। इसके बाद बड़े पैमाने पर उनका पलायन बांग्लादेश में हुआ है। नवंबर 2017 में म्यांमार और बांग्लादेश ने एक समझौता किया था जिसके तहत रखाइन से बांग्लादेश पलायन करने वालों को म्यांमार वापस लेगा।