TDP के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तैयार मोदी सरकार, विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा स्थगित
संसद का बजट सत्र पूरी तरह से हंगामेदार होता दिख रहा है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए टीडीपी और वायएसआर कांग्रेस की ओर से नोटिस दिया गया, जिसके बाद अब सरकार ने इस पर चर्चा करने के लिए सहमति जता दी है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा, ‘हम अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं।’ वहीं कावेरी के मुद्दे को लेकर संसद में एआईएडीएमके के सांसदों द्वारा जमकर हंगामा किया गया, जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यसभा की कार्यवाही भी मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
आपको बता दें कि टीडीपी और वायएसआर कांग्रेस के द्वारा आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग की जा रही है। संसद सचिवालय ने सोमवार को जानकारी दी थी कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव से संबंधित तीन नोटिस प्राप्त हुए थे। दो नोटिस टीडीपी की तरफ से तो एक नोटिस वायएसआर कांग्रेस की ओर से।
टीडीपी सांसद थोटा नरसिम्हन ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की जानकारी देते हुए कहा, ‘हम अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे, इस मामले में विपक्षी दलों से बात की जा चुकी है, टीएमसी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी से बात हुई है।’ केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा है कि वह अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, ‘संसद में हमारे पास समर्थन है, इसलिए हम अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार हैं।’ वहीं संसद के बाहर महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने सोमवार को टीडीपी के सांसदों द्वारा आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग करते हुए प्रदर्शन भी किया गया। कांग्रेस की सांसद रेणुका चौधरी भी इस प्रदर्शन में शामिल हुई थीं। कावेरी मुद्दे को लेकर संसद के सामने एआईएडीएमके सांसदों के द्वारा भी विरोध प्रदर्शन किया गया।
मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर एआईएडीएमके की ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया है। शिवसेना ने कहा है कि वह ना तो सरकार के साथ हैं और ना ही विपक्ष के साथ। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘हम इंतजार करेंगे और देखेंगे। हमें देखना होगा कि अविश्वास प्रस्ताव को स्पीकर की अनुमति मिलती है या नहीं। टीडीपी का अपना राज्य से जुड़ा अलग मुद्दा है और हम इसका स्वागत भी करते हैं, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव पर हमने कोई फैसला नहीं किया है, इस बारे में उद्धव ठाकरे जी फैसला करेंगे।’