हरियाणा के कैथल के एक आश्रम में नाबालिग बच्चे का साथ कुकर्म, बच्चे ने भागकर डीजीपी से लगाई गुहार
हरियाणा के एक आश्रम में नाबालिग बच्चे का साथ कुकर्म का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि बच्चा किसी तरह आश्रम से निकल कर भाग पाने में कामयाब हुआ। आश्रम से निकलने के बाद इस मासूम बच्चे ने हरियाणा के डीजीपी को एक चिट्ठी लिखी है। यह मामला हरियाणा के कैथल स्थित एक आश्रम का है। बतलाया जा रहा है कि इस बच्चे के माता – पिता नहीं थे और अनाथ होने की वजह से वो आश्रम में ही रहता था।
बच्चे का आरोप है कि कैथल के गांव बात्ता में गोशाला संचालक महंत के दो भतीजों पुष्पेंद्र और हरपाल ने कई सालों तक उसके साथ कुकर्म किया। महंत पर भी बच्चे के साथ मारपीट करने और इस मामले को दबाने का आरोप है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने बतलाया कि तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दो लोग आश्रम में कार्यरत थे और एक तीसरा आरोपी बाबा था जिसने इस बात को दबाने की कोशिश की। रेप के आरोपियों पर धारा 377, और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
14 साल के इस बच्चे की मां की मृत्यु काफी पहले हो गई थी। मां के देहांत के बाद बच्चा अपने पिता के साथ आश्रम आने – जाने लगा। कुछ समय पहले मासूम बच्चे के पिता की भी मौत हो गई। माता-पिता के गुजरने के बाद बच्चा आश्रम में रहकर ही काम करने लगा। बच्चे का आरोप है कि शारीरीक अत्याचार से तंग आकर वो एक दिन गौशाला से भाग गया। यहां चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने करनाल में बच्चे की काउंसलिंग की और फिर इस बच्चे ने डीजीपी को खत लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई।
बच्चे का कहना है कि महंत ने स्कूल में उसका दाखिला कराया था। एक दिन जब वो स्कूल से आया तो महंत के भतीजों ने उसके साथ कुकर्म किया। बच्चे ने इसकी शिकायत महंत से की, लेकिन इस मामले में महंत ने कोई कार्रवाई नहीं की। फिलहाल आश्रम से निकलने के बाद जब बच्चे ने पुलिस महानिदेशक से इंसाफ की गुहार लगाई तो पुलिस तुरंत एक्शन में आ गई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।