भिखारियों पर और सख्त हुई यह राज्य सरकार, किया ऐलान- भिखारी बताओ 500 रुपये पाओ
तेलंगाना राज्य में भिखारियों के पुनर्वास के लिए एक बहुत ही अनोखा कदम उठाया गया है। भिखारियों की सूचना देने वाले लोगों को 500 रुपए इनाम के तौर पर दिया जाएग। द न्यूज मिनट के अनुसार यह पहल राज्य जेल विभाग द्वारा हैदराबाद में शुरु की गई है ताकि शहर को भिखारी मुक्त बनाया जा सके। जेल विभाग का अपना खुद का एक सामाजिक सेवा संगठन है जिसके तहत यह कार्य किया जा रहा है। इस पहल को लेकर एक प्रेस रिलीज जारी की गई है जिसमें भिखारियों के देखभाल करने की बात की गई है। इस प्रेस रिलीज के मुताबिक 316 पुरुष और 164 महिला भिखारियों को चंचलगुड़ा स्थित आनंद आश्रम में पुनर्वास के लिए भेजा गया।
वहीं इनमें से 261 पुरुष और 140 महिला भिखारियों द्वारा अधिकारियों को यह सुनुश्चित कराया गया कि वे फिर से भीख नहीं मांगेंगे, जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया है। जेल विभाग के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार फिलहाल चंचलगुडा और चेरलापल्लि के शेटर्स में 55 पुरुष और 24 महिला भिखारी कैद हैं। इस प्रेस रिलीज में कहा गया है कि 20 दिसंबर तक शहर को भिखारी मुक्त बनाना है। इस रिलीज पर डायरेक्टर जनरल ऑफ प्रीजन्स के वीके सिंह ने साइन किए है। रिलीज में यह बात भी कही गई है कि 25 दिसंबर को एक अभियान शुरु किया जाएगा, जिसमें भिखारियों की सूचना देने वाले लोगों को 500 रुपए इनाम के तौर पर दिया जाएगा। लोगों के लिए दो नबंर (040-24511791, 040-24527846) भी जारी किए गए है जिनके जरिए वे किसी भिखारी को देखें तो उनपर फोन कर विभाग को सूचित कर सकें।
अधिकारियों का कहना है कि भिखारियों से अंडरटेकिंग लेने के बाद ही उन्हें रिहा किया जाएगा। अंडरटेकिंग के अनुसार बेघर लोगों को अगर फिर से भीख मांगते हुए पाया जाएगा तो उन्हें प्रीवेंशन ऑफ बैगिंग एक्ट,1977 के तहत गिरफ्तार कर लिया जाएगा और फिर उन्हें छह महीने या फिर पांच साल तक की सजा मिल सकती है। आपको बता दें कि इससे पहले भी एक नोटिफिकेशन जारी किया गया था जिसमें भीख मांगने पर बैन लगाया गया था। यह बैन केवल दो महीने के लिए लगाया गया था।