मुस्लिम लड़के और बौद्ध लड़की की शादी के बाद लद्दाख में तनाव, LBA ने बताया लव जिहाद
लद्दाख इन दिनों भारी तनाव में चल रहा है जिसकी वजह लव जेहाद को बताया जा रहा है। इस मामले के चलते लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन (एलबीए) ने पीडीपी-बीजेपी गठबंधन वाली सरकार के खिलाफ हत्थियार उठा लिए हैं। इसके साथ ही वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर लद्दाख में बुद्धिस्ट और मुस्लिमों के बीच बढ़ रहे तनाव को दूर करने की विन्नती करना चाह रहे हैं। यह विवाद पिछले साल से चल रहा है जब 30 वर्षीय एक बुद्धिस्ट महिला ने अपना धर्म-परिवर्तन कर 32 वर्षीय एक शिया व्यक्ति से शादी कर ली थी। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार एलबीए के एक अधिकारी पीटी कुंज़ैंग ने कहा कि बुद्धिस्ट प्रतिनिधियों का एक समूह पीएम मोदी से मुलाकात के लिए जुगाड़ में लगा हुआ है ताकि स्थिती को काबू किया जा सके।
एलबीए का मानना है कि लद्दाख में बुद्धिस्ट 51 प्रतिशत है तो वहीं मुस्लिमों की संख्या 49 प्रतिशत है, इसलिए राज्य सरकार हमारी परेशानियों को नजरअंदाज कर रही है जिसके चलते शादी कर बुद्धिस्ट लड़कियों का इस्लाम में धर्म-परिवर्तन कराया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कारगिल के ड्रास में रहने वाले मुर्तजा अगाह ने बुद्धिस्ट लड़की से शादी की थी जिसका धर्म-परिवर्तन के बाद शिफा रख दिया गया है। दोनों ने 2016 में शादी की थी। शिफा ने इस संबंध में जम्मू एंड कश्मीर की मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती को अपने एक पत्र में लिखा था कि वह अपनी मर्जी से मुस्लिम लड़के मुर्तजा से शादी कर रही है। दिल्ली के एक एनजीओ में साथ काम करने के दौरान दोनों के बीच प्यार हो गया था।
वहीं बुद्धिस्ट संगठन का कहना है कि शिफा ने अपनी मर्जी से शादी नहीं की उसपर दवाब बनाकर उसकी सहमति प्राप्त की गई थी। राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन नयीमा महाजोर से प्राप्त डिटेल के मुताबिक शिफा ने 2015 में धर्म-परिवर्तन किया था और अपनी मर्जी से 2016 में बेंगलुरु में शादी की थी। इसी बीच राज्य हाई कोर्ट ने प्रशासन को आदेश दिए हैं कि जब तक बुद्धिस्ट लड़की को कोर्ट में पेश नहीं किया जाता तब तक उसे किसी भी प्रकार से प्रताड़ित नहीं किया जाएगा। वहीं कुंजैंग ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि वह राज्य से बौद्ध धर्म के लोगों का सफाया करना चाहती लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि हम इसके खिलाफ अपने आखिरी खून के कतरे तक लड़ेंगे। साल 2003 से 45 से भी ज्यादा लड़कियों ने मुस्लिम लड़कों से शादी की है।