बकरीद के मौके पर गोवंश की हत्या को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव के चलते 20 परिवारों ने छोड़ा गांव
हरियाणा के रोहतक जिले में बकरीद के मौके पर गोवंश की हत्या को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव पैदा हो गया। एक पक्ष के लोग ने कहा कि काटने के इरादे से गोवंश की हत्या की गई, वहीं दूसरे पक्ष ने कहा कि खुले में घूमने के दौरान गोवंश के हमले से एक व्यक्ति को बचाने के लिए डंडे से प्रहार की वजह से उसकी मौत हो गई। देखते ही देखते एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के लोगों के घरों पर हमला बोल दिया। जमकर तोड़फोड़ की। सूचना मिलते ही काफी संख्या में पुलिस जवान मौके पर पहुंचे और किसी तरह स्थिति पर काबू पाया गया। तनाव के मद्देनजर गांव में काफी संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती की गई है। दहशत के वातावरण के बीच 20 परिवार गांव छोड़कर दूसरे जगह चले गए हैं। इस पूरे मामले में पर रोहतक के एकसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने बताया कि, “गांव में एक गोवंश की मौत के बाद हंगामा हुआ था। गोवंश की हत्या के मुख्य आरोपी यामीन व गाड़ी चालक शौकीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। स्थिति को देखते हुए पुलिस जवानों को यहां तैनात किया गया है।”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हरियाण के रोहतक जिले के टिटैली के सरपंच का कहना है कि बकरीद के दिन (बुधवार) एक गोवंश धोबी मोहल्ले से गुजर रहा था। जैसे ही वह अारोपी यामीन के घर के पास पहुंची, यामिन ने उसके उपर लाठियों से ताबड़तोड़ प्रहार कर हत्या कर दी। इसके बाद उसके शव को गाड़ी में डालकर कहीं ले जाने लगा। जैसे ही इस घटना की सूचना ग्रामीणों को मिली, उन्होंने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों द्वारा पीछा किए जाने पर वह गांव के बाहर कच्चे रास्ते पर शव को फेंक फरार हो गया।” सरपंच ने यह भी आरोप लगाया कि गोवंश को काटने के इरादे से हत्या की गई थी।
वहीं, इस पूरे मामले पर दूसरे समुदाय के लोगों का कहना है कि, “अावारा घूम रहे गोवंश के हमले से एक व्यक्ति को बचाने के लिए उसके उपर लाठी से प्रहार करने की वजह से सिर पर चोट लग गई। इससे उसकी मौत हो गई।” हत्या के बाद तनाव की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने गोवंश के शव को अपने कब्जे में ले लिया। तीन डॉक्टरों की टीम ने गाेवंश का पोस्टमार्टम किया। इसके बाद उसे गांव के ही कब्रिस्तान में दफना दिया गया।