जम्मू-कश्मीर: सवालों का जवाब दे रहे केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा- घाटी में आतंकवाद का आखिरी दौर
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अपने आखिरी दौर में है और आतंकवादी भागते फिर रहे हैं। सिंह ने यहां कहा, ‘वे (आतंकवादी) भागते फिर रहे हैं और जबरदस्त दबाव में हैं। मैं आश्वस्त हूं कि यह जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का आखिरी चरण होने जा रहा है।’ सिंह कश्मीर घाटी में आतंकवादियों को मार गिराने पर सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘पुलिस और सुरक्षा बल सराहनीय कार्य कर रहे हैं। इससे भी ज्यादा महत्त्वपूर्ण यह है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस का विशेष कार्रवाई समूह इन अभियानों में सहयोग कर रहा है और कंधे से कंधा मिला कर काम कर रहा है।’ मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बल सुरक्षा हालात में एक सकारात्मक बदलाव लाने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर आतंकवादी का जीवनकाल कम हुआ है। राज्य में आतंकवाद को बनाए रखने के बारे में पाकिस्तान की हताशाजनक कोशिश से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने कहा, ‘यह उनकी (पाकिस्तान की) बेबसी और नाउम्मीदी बयां करता है।’ उन्होंने कहा, ‘जितने समय तक पाकिस्तान इनकार की मुद्रा में रहेगा, वह उतना ही अपनी सुरक्षा और अपने अस्तित्व को जोखिम में डालेगा।’
रोहिंग्या प्रवासियों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मंत्री ने कहा कि जहां तक भाजपा और सरकार की बात है, हम इस बारे में बहुत स्पष्ट हैं। हम सभी के लिए सुरक्षा का मुद्दा चिंता का मुख्य विषय है, इसमें हममें से वे लोग भी शामिल हैं जो जम्मू-कश्मीर में हितधारक हैं। राज्य में रोहिंग्या समुदाय के लोगों की अच्छी खासी आबादी है। उन्होंने कहा कि यह मतलब निकालना सही नहीं होगा कि रोहिंग्या को भारत से वापस नहीं भेजा जाएगा। मंत्री ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सुरक्षा चिंताएं हैं और साथ ही मानवीय पहलू भी है जिसे ध्यान में रखना होगा।’ लड़के व लड़कियों की सहशिक्षा पर मजलिस-ए-शौरा के फतवे पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए मंत्री ने कहा कि जहां तक हमारी बात है, ‘सब के लिए न्याय की नीति और किसी का तुष्टीकरण नहीं करने में हम यकीन रखते हैं।’ एक सरकारी पोस्टर में अलगाववादी नेता असिया अंदराबी की तस्वीर दिखने पर सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार ने इस पर गंभीर संज्ञान लिया और कार्रवाई भी की। मंत्री ने यह भी कहा कि इस साल के आखिर में गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस तुच्छ मुद्दे उठा रही है। साथ ही, उन्होंने कहा कि जहां तक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और उनके बेटे से जुड़ा मुद्दा है, शाह के बेटे ने अदालत का रुख कर मानहानि का मुकदमा किया है।