अमरनाथ यात्रा पर दोबारा बड़े हमले की फिराक में आतंकी!
पवित्र अमरनाथ यात्रा एक बार फिर से आतंकियों के निशाने पर है। सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली है कि आतंकी 28 जून से शुरु होने जा रही अमरनाथ यात्रा में शामिल तीर्थयात्रियों पर बड़ा हमला करने की तैयारी कर रहे हैं। पिछले साल भी आतंकियों ने अमरनाथ यात्रा पर हमला किया था। आतंकियों के हमले में कुल 7 लोग मारे गये थे। 21 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम कर रही हैं। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर गुरुवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर में एक उच्चस्तरीय मीटिंग हुई। इस बैठक में इस खुफिया इनपुट पर विस्तार से चर्चा की गई।
बता दें कि जम्मू कश्मीर में रमजान को देखते हुए केन्द्र सरकार ने इस वक्त एकतरफा संघर्ष विराम की घोषणा कर रखी है। शनिवार को देश भर में ईद मनायी जाएगी इसके साथ ही संघर्षविराम की मियाद भी खत्म हो जाएगी। इस संघर्षविराम को आगे कायम रखा जाए या नहीं इस मसले पर आज (15 जून) एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा। हालांकि कश्मीर में 14 जून को पत्रकार शुजात बुखारी और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या, आर्मी जवान औरंगजेब की हत्या के बाद घाटी में स्थिति बेहद तनावपूर्ण है।
गृहमंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि आतंकी इस बार अमरनाथ यात्रियों के बीच खौफ पैदा करना चाहते हैं। इसके लिए वे आईईडी विस्फोट का सहारा ले सकते हैं। आतंकियों ने सुरक्षाबलों को भी निशाना बनाने की साजिश रची है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मीटिंग के दौरान कई अफसरों ने राय दी कि संघर्ष विराम को आगे बढ़ाने में कोई हर्ज नहीं है। लेकिन अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा और उस पर हमले की संभावना सरकार को कदम पीछे खींचने पर मजबूर कर रही है। सरकार पर आरएसएस और बीजेपी का भी दबाव है। माना जाता है कि दोनों संस्थाएं संघर्षविराम के पक्ष में नहीं थी। बता दें कि पिछले साल 11 जुलाई को आतंकियों ने अमरनाथ श्रद्धालुओं से भरी बस पर हमला किया। आतंकियों ने श्रद्धालुओं पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 7 श्रद्धालुओं को मौत की नींद सुला दी थी।