सबसे खतरनाक आइलैंड: 1000 जापानी सैनिकों ने गंवाई थी जान
आइलैंड रिलैक्स करने और वेकेशन एन्जॉय करने के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन बनते जा रहे हैं। भीड़-भाड़ से दूर ऐसी जगहों पर एक्सप्लोर करने के लिए भी काफी कुछ होता है। इतना ही नहीं आजकल फिल्मों की शूटिंग भी इन जगहों पर होने लगी है जिससे आइलैंड वेकेशन का क्रेज लोगों में बढ़ता जा रहा है। वहीं नेचुरल ब्यूटी से दूर दुनिया में ऐसे कई आईलैंड हैं जो डरावने और रहस्यमयी होने के साथ ही ऐसे काफी अजीबोगरीब हैं। आइए आज हम बात कर रहे हैं म्यामार के तट पर स्थित रामरी आइलैंड की। जहां करीब 1000 जापानी सैनिकों में से केवल 20 ही बचकर निकल पाए थे।
रामरी आइलैंड का नाम गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में एक ऐसी जगह के रूप में दर्ज है जहां के जानवरों ने इंसानो को सबसे ज्यादा नुकसान पहुचाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सन् 1945 में करीब 1000 जापानी सैनिकों ने इस आइलैंड पर उस वक्त डेरा डाला था जब ब्रिटिश सैनिक इस आइलैंड पर कब्जा करना चाहते थे।
ब्रिटिश सैनिकों के हमले के वक्त जापानी सैनिकों ने काफी समय तक मुकाबला किया लेकिन आखिर में पस्त पड़ने लगे। इसके बाद जापानी सैनिक रामरी आइलैंड के अंदर वाले हिस्से में चले गए। जहां उन्हें जंगल के जानवरों ने अपना शिकार बना लिया। करीब 1000 जापानी सैनिकों में से सिर्फ 20 सैनिक ही इस आइलैंड से जान बचाकर निकल पाए थे।
रामरी आइलैंड से जो सैनिक जान बचाने में कामयाब रहे थे उनकी बताई गई खौफनाक आपबीती को सुनकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए थे। बचकर निकले सैनिकों में से स्टेनली राईट ने उस घटना को ‘Wildlife Sketches Near And Far’ किताब के जरिए सभी को आपबीती बताई थी। किताब के मुताबिक उस वक्त यह आइलैंड सैनिकों की चीख और गोलियों की आवाजों से गूंज उठा था।
इस आइलैंड पर खारे पानी के मगरमच्छों, मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों और जहरीले बिच्छूओं का राजा चलता है। इस आइलैंड पर खारे पानी के मगरमच्छ सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं। यहां मगरमच्छ 20 फीट तक लंबे और 2000 पौंड तक वजनी हो सकते हैं। आज भी इस आइलैंड पर मगरमच्छों का शिकार होने वाले इंसानों की खबरें आती रहती हैं।