इन देशों में हैं दिवाली की अनोखी परंपरा, केले के पत्तों से बनाते हैं दीपक तो कही 5 दिन तक चलता है त्योहार
दिवाली का त्योहार भारत में ही नहीं बल्कि भारत के अलावा कई ऐसे देश हैं जहां दिवाली को बड़े उत्साह के साथ धूमधाम से मनाया जाता है। भारत में दीपों के इस त्योहार को दीपावली या दिवाली कहा जाता है। रोशनी के इस त्योहार को भारत के अलावा कई देशों में मनाया जाता है। लेकिन बाकी देशों में दिवाली मनाने का तरीका और परंपराए भारत से अलग हैं। कही केले के पत्ते से दीए बना कर नदी में बहाया जाता है तो कही लगातार 5 दिनों तक चलता है दिवाली का त्योहार। आइए दिवाली के मौके पर हम आपको बताते हैं नेपाल, जापान, और थाईलैंड में दिवाली को कैसे सेलिब्रेट किया जाता है।
1. नेपाल – नेपाल एक ऐसा देश है जहां दिवाली का त्योहार 5 दिनों तक चलता है। नेपाल में दिवाली को ‘तिहाड़’ के रूप में मनाया जाता है। दिवाली के मौके पर नेपाल में पहले दिन गायों की और दूसरे दिन कुत्तों की पूजा उन्हें खाना खिलाने के साथ की जाती है। तीसरे दिन यहां देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। तीसरे दिन ही मिठाई बनाई जाती है और घरों में सजावट की जाती है। चौथे दिन यमराज की पूजा की जाती है और पांचवां दिन भैया दूज के रूप में भाई-बहन को समर्पित किया जाता है।
2.जापान – जापान में लोग दिवाली के दिन अपने बगीचों के पेड़ों पर लालटेन और कागज से बने पर्दे लटकाते हैं। साथ ही फ्लाइंग लालटेन को आकाश में छोड़ा जाता है। जापान में दिवाली की रात लोग खूब नाच-गाना करने के साथ-साथ बोटिंग करके भी इस त्योहार को सेलिब्रेट करते हैं।
3. थाईलैंड में दिवाली मनाने की अपनी एक अलग परंपरा है। यहां दिवाली पर जलाने के लिए दीए बनने का तरीका भी अलग है। जहां भारत में मिट्टी के दीए बनाए जाते हैं। वही थाईलैंड में केले के पत्तों से दीए बनाए जाते हैं। इसके बाद केले के पत्ते से बने दीए पर सिक्का और मोमबत्ती रखकर नदी में बहा दिया जाता है। थाईलैंड में दिवाली के त्योहार को ‘लम क्रियओंघ’ के नाम से मनाया जाता है।