राजस्थान में चोरी के बाद चोर ने लिखा: सरकार नौकरी नहीं दे रही, इसलिए कर रहे ऐसा काम
राजस्थान में एक अजब चोर की गजब कहानी सामने आई है। यहां चोर एक सरकारी विद्यालय में चोरी की नीयत से घुसे। जब उन्हें वहां कोई सामान नहीं मिला तो गुस्से में स्कूल के रिकार्ड और प्रिंसिपल की कुर्सी को आग के हवाले कर दिया। चोर यहीं नहीं रूके, उन्होंने स्कूल के बोर्ड पर लिख दिया कि यह चोरी झुपडि़या के आदमी ने की क्योंकि सरकार नौकरी नहीं दे रही। चोरों ने बोर्ड पर अपने हस्ताक्षर के साथ चोरी की तारीख भी लिख दी। लेकिन हड़बड़ी में उन्होंने 18 की जगह 17 तारीख लिख दिया। घटना भीलवाड़ा जले के आसींद क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय की है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि चोरों ने उस स्कूल को अपना निशाना बनाया, जिसे स्थानीय पुलिस थाना आसींद के प्रभारी ने गोद लिया हुआ है। वे खुद अपने स्तर पर इस स्कूल की देखभाल करते हैं।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, नोडल संस्था प्रधान राजेंद्र कुमार झोपडि़यां गांव में अधिकतर भील जाति के लोग रहते हैं। यहां एक राजकीय प्राथमिक विद्यालय है, जो नेशनल हाईवे से कुछ दूर गौरव पथ के पास स्थित है। यह पहली बार नहीं है, जब चोरी की घटना हुई है। यहां अक्सर ऐसी वारदात होती रहती है। विद्यालय की एक मात्र एक शिक्षिका गुडि़या मीणा भी बार-बार चोरी की वारदात से सहम चुकी हैं।
बता दें कुछ दिनों पहले केरल में कुछ इसी तरह का मामला सामने आया था। यहां एक चोर ने घर से कीमती सामान व जेवरात की चोरी कर कर ली और फिर बाद में उन सामान को घर के दरवाजे पर पेपर में लपेटकर रख दिया था। साथ ही चोर ने एक चिट्ठी भी लिखी थी, जिसमें कहा कि मुझे माफ कर दीजिए। पैसों की सख्त जरूरत थी, इसलिए चोरी किया। अब आगे से ऐसा काम नहीं करूंगा। मेरे खिलाफ थाने में जो शिकायत दर्ज करवाई है, वह भी वापस ले लिजीए। चोर को इस पत्र को देख घर के मालिक ने चोरी की शिकायत वापस ले ली थी। यह घटना भी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई थी।