गुजरात में 3 वेबसाइट्स ने आधार डेटा किया सार्वजनिक, डिप्टी सीएम बोले- पता नहीं
गुजरात की तीन सरकारी वेबसाइटों पर लाभार्थियों के आधार नंबर को सार्वजनिक करने का मामला सामने आया है। ये मामला आधार कानून के उल्लंघन का है। सरकारी वेबसाइटों की इस गलती का खुलासा हाल ही में सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी मंत्रालय ने किया था। उधर, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने इस मुद्दे से अनजान हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें इस चूक के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। आधार डेटा लीक करने वाली ये तीनों वेबसाइटें हैं-गुजरात सरकार, डायरेक्टर ऑफ डेवलपिंग कास्ट वेलफेअर और गुजरात यूनिवर्सिटी। इन वेबसाइटों पर लाभार्थियों के नाम, पते और आधार विवरण सार्वजनिक कर दिए गए हैं।
आपको बता दें कि आधार डेटा की सुरक्षा को लेकर पूरे देश में बहस चल रही है। संसद में भी यह मुद्दा उठा था। बताया जा रहा है कि देशभर में 200 ऐसी वेबसाइटें हैं जिन्होंने आधार विवरण को सार्वजनिक कर दिया है ।
ऐसी वेबसाइटों को कहा गया है कि वे लोगों के आधार विवरण को अपने यहां से हटाएं। इस मामले में गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा, ‘मुझे आधार विवरण सार्वजनिक किए जाने की कोई जानकारी नहीं है। मुझे इस मामले की भी कोई जानकारी नहीं है।’ राज्य के सामाजिक न्याय और कल्याण मंत्री और गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति ने भी कहा है कि उन्हें आधार विवरण को सार्वजनिक किए जाने के बारे में कोई सूचना नहीं है।