IBPS RRB, PO, Clerk की परीक्षा में क्वॉलिफाई करना है तो जान लीजिए ये 7 बातें

इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन (IBPS) बड़े पैमाने पर भर्ती करने जा रहा है। लगभग 15,068 पदों पर भर्ती होनी है। इनमें स्केल I,II और III ऑफिसर्स से लेकर PO/MT और क्लर्क तक के पदों पर भर्ती होनी है। हाल ही में CWE RRB-VI ऑफिसर स्केल I और प्रोबेशनरी ऑफिसर्स (PO) और मैनेजमेंट ट्रेनी (MT) की प्रीलिम परीक्षा के नतीजों की घोषणा हुई। प्रीलिम के बाद अब मेन परीक्षा होगी। ऐसे में हम लेकर आए हैं कुछ ऐसी टिप्स, जो परीक्षाओं में अच्छे मार्क्स स्कोर करने में आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकती हैं।

सिलेबस और पैटर्न-IBPS की परीक्षा में क्वॉन्टिटेटिव एप्टिट्यूड, इंग्लिश, रिजनिंग एबिलिटी, कम्प्यूटर नॉलेज और जनरल अवेयर्नेस से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। ऐसे में इन विषयों पर अपनी पकड़ मजबूत करें और ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करें।

अपडेट्स- परीक्षा से संबंधित विषयों के अलावा आपको रेग्युलर अपडेटिड रहने की भी जरूरत है। इसके लिए नियमित अखबार और मैग्जीन जरूर पढ़ें ताकि आपकी जनरल अवेयर्नेस पर पकड़ मजबूत रहे और आप ताजा जानकारी से अपडेटिड रहें। बैंकिंग और फाइनैंस संबंधित खबरों के बारे में पूरी जानकारी रखने की कोशिश करें।

मॉक टेस्ट- प्रैक्टिस के बिना पढ़ाई बेकार साबित हो सकती है। परीक्षा देते समय आपको प्रॉपर प्लानिंग करना जरूरी है और यह काम बिना प्रैक्टिस के नहीं हो सकता। इसके लिए आप ऑनलाइन मॉक टेस्ट्स का सहारा ले सकते हैं। इससे आपको खुद का एनालिसिस करने में काफी मदद मिलेगी। टेस्ट में आपसे क्या गलतियां होती है, इसकी जानकारी आप प्रैक्टिस से ही हासिल कर सकते हैं। परीक्षा में टाईम मैनेजमेंट के लिहाज से भी यह जरूरी है।

विषय- सभी विषयों को बराबर समय देना जरूरी है। सभी टॉपिक्स को अच्छे से स्टडी करें और कोशिश करें कि कुछ मिस न हो। इसके अलावा जनरल नॉलेज पर भी अपनी पकड़ मजबूत रखें। बाजार में आपको जनरल नॉलेज से संबंधित कई किताबें मिल जाएंगी। इनमें करेंट अफेयर्स की भी अच्छी जानकारी होती है।

कैलक्यूलेशन्स- बैंकिंग के किसी भी एग्जाम के सबसे अहम होता है हिसाब-किताब करने की क्षमता। इसके आपका गणित काफी मजबूत होना चाहिए। अपनी कैलक्यूलेशन स्पीड तेज करने की कोशिश करें। जितनी जल्दी आप कैलक्युलेट कर पाएंगे उतनी जल्दी ही आपकी परीक्षा पूरी होगी। कोशिश करें कि आप 1 से 20 तक के पहाड़े (मल्टिप्लिकेशन टेबल्स) याद रख सकें। इससे आपका कैलक्युलेट करने का समय बचेगा जिसके बेहतर नतीजे मिलेंगे।

शेड्यूल- एक प्रॉपर शेड्यूल बनाकर अपनी स्टडी करें। यह बहुत जरूरी है। सभी सब्जेक्ट्स को बराबर समय देने की कोशिश करें।

रेग्युलर- प्रैक्टिस का नियमित होना बहुत जरूरी है। इससे आप तनाव से दूर रहते हैं। आखिरी समय में तैयारी करना काफी तनाव भरा होता है जिसके अच्छे नतीजे नहीं होते। नियमित पढ़ाई से आप बोझ से बच जाते हैं जिसका काफी फायदा मिलता है।

 

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