माकपा का आरोप: कोलकता में रेल रोको प्रदर्शन के दौरान चला दी लोकल ट्रेन, तीन जख्मी होकर अस्पताल में
माकपा की युवा इकाई डीवाईएफआई ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उसके समर्थकों की ओर से किए जा रहे ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के दौरान एक लोकल ट्रेन चला दी गई, जिसमें तीन लोग जख्मी हो गए। हालांकि, पूर्वी रेलवे के अधिकारियों ने इस आरोप को नकारा है। अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी रेलवे के सियालदाह मुख्य एवं दक्षिण खंडों पर सुबह 11 बजे से लेकर अगले एक घंटे तक रेल यातायात बाधित हुआ, क्योंकि डीवाईएफआई के कार्यकर्ताओं ने रेलवे में खाली पदों को भरने सहित कई मांगों को लेकर विभिन्न स्टेशनों पर पटरियां जाम कर दी थीं। डीवाईएफआई के राज्य सचिव सयनदीप मित्रा ने कहा, ‘‘जाधवपुर रेलवे स्टेशन पर पटरियां जाम कर रहे प्रदर्शनकारियों पर एक ईएमयू लोकल ट्रेन चला दी गई जिसमें तीन लोग जख्मी हो गए। हम उन्हें स्टेशन के पास केपीसी अस्पताल लेकर आए हैं।’’ बहरहाल, पूर्वी रेलवे के अधिकारियों ने इस आरोप को नकारते हुए कहा कि एक शख्स पटरी पार करते वक्त जख्मी हुआ।
पूर्वी रेलवे के प्रवक्ता आर एन महापात्रा ने बताया, ‘‘जाम हटाए जाने के बाद ही ट्रेन सेवाएं बहाल हो सकीं। सियालदह दक्षिण रेल खंड में जाधवपुर स्टेशन के पास अप लाइन में पटरियां पार करते वक्त एक व्यक्ति घायल हो गया।’’ दोपहर 12 बजकर 50 मिनट पर जाम हटाया गया, लेकिन रेल सेवाओं को सामान्य बनाने में कुछ और वक्त लगा। प्रदर्शन के कारण दोनों खंडों में अलग-अलग स्टेशनों पर कई ट्रेनों को प्रतिक्षारत रखा गया था। प्रवक्ता ने बताया कि ईएमयू लोकल की दो जोड़ी ट्रेनों को रद्द किया गया और 14 अन्य ट्रेनों को दक्षिणी खंड के विभिन्न स्टेशनों पर रोक कर रखा गया। वहीं मुख्य खंड की आठ ट्रेनें भी देर से चलीं।
भारतीय रेलवे में खाली पड़े विभिन्न पदों को भरने, रेल परिचालन में कथित निजीकरण का विरोध करने और कुछ ईएमयू लोकल रेल मार्गों को बंद करने के प्रस्ताव के खिलाफ डीवाईएफआई के समर्थकों ने रेल यातायात जाम किया था। इससे पहले, पूर्वी रेलवे ने मौजूदा ईएमयू लोकल रेल मार्गों में यात्री ट्रेन सेवाएं बंद करने की किसी योजना से इनकार किया था।