राजस्थान के एक पिता और तांत्रिक दादा ने मिलकर दौलत के लिए दे दी नाबालिग बेटे की बलि
मीडीया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान के भरतपुर में नरबलि का बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक पिता और तांत्रिक दादा ने जमीन में गड़ा खजाना हासिल करने के लिए अपने 16 वर्षीय बेटे की बलि दे दी. और उसकी हत्या के बाद शव को गुपचुप तरीके से घर के पास ही जला दिया. ग्रामीणों ने किशोर का अधजला शव देखकर पुलिस को ख़बर कर दी.
दिल दहला देने वाली यह वारदात भरतपुर के वैर थाना क्षेत्र की है. जहां गांव खोरी में रहने वाले इंद्रजीत जाटव का पिता भूरी सिंह तंत्र मंत्र के चक्कर में लगा रहता था. इसी दौरान जमीन में गड़ा खजाना पाने के लिए भूरी सिंह ने अपने पोते की बलि देने का फैसला कर लिया.
इसी योजना के चलते भूरी सिंह ने अपने बेटे इंद्रजीत जाटव के साथ मिलकर अपने 16 वर्षीय पोते और इंद्रजीत के बेटे राजवीर सिंह की बलि चढ़ा दी. हत्या को अंजाम देने के बाद दोनों ने राजवीर का शव घर के पास ही टायर और गोबर के उपलों में रखकर जला दिया.
सुबह जब ग्रामीणों ने चिता जलती देखी और राजवीर का अधजला शव देखा तो उन्हें शक हुआ. ग्रामीणों ने भूरी सिंह और इंद्रजीत से राजवीर की मौत का कारण पूछा तो उन्होंने झूठ बोल दिया कि राजवीर सिंह की छत से गिरकर मौत हो गई थी. इसलिए उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
लेकिन ग्रामीणों को उनकी बात हजम नहीं हुई और उन्होंने इस बात की सूचना पुलिस को दे दी. सूचना मिलते ही पुलिस गांव में आ गई. और मामले की जानकारी लेने के बाद मृतक के पिता इंद्रजीत सिंह और दादा भूरी सिंह को हिरासत में ले लिया.
भूरी सिंह ने अपने बेटे इंद्रजीत सिंह के साथ मिलकर अपने बड़े पोते बलवंत सिंह की भी बलि देने की कोशिश की थी लेकिन पता लगने के बाद बलवंत सिंह अपने घर पर नहीं सोता है. वो गांव में किसी और के यहां रहता है. मगर देर रात इन दोनों ने मिलकर छोटे पोते राजवीर सिंह को नरबलि का शिकार बना दिया.
नरबलि की इस घटना के बाद पूरे गांव में हड़कंप मचा हुआ है. भुसावर के सीओ महेश शर्मा ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस गांव पहुंची तो पाया कि युवक की हत्या कर गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार कर दिया गया है. इस मामले की जांच की जा रही है. कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है.