UDP ने BJP को समर्थन दिया, हिमंता बिस्व सरमा बोले- दो घंटे में पता चल जाएगा कौन होगा नेता
मेघालय में भारतीय जनता पार्टी वहां की क्षेत्रीय पार्टियों को लेकर सरकार बनाने की ओर बढ़ रही है। भाजपा नेता हिमंता बिस्व सरमा ने कहा है कि वे 29 सदस्यों के साथ गवर्नर से मिलने जाएंगे। एएनआई के अनुसार, शर्मा ने कहा, ”हमारे पास अपर हैंड कहां से होगा, बीजेपी के दो विधायक हैं। अपर हैंड तो एनपीपी (19 विधायक) के पास होगा। उसके बाद यूडीपी, उनके 6 (विधायक) हैं। हम पीडीएफ के साथ भी बात कर रहे हैं। इसीलिए हम शाम को 29 सदस्यों के साथ गवर्नर से मिलने जाएंगे। ये नंबर और बढ़ेगा।” उन्होंने आगे कहा, ”यूडीपी ने हमें समर्थन पत्र दिया है और हमने बात कर ली है। यह बस 2 घंटों की बात है आपको पता चल जाएगा कि नेता कौन होगा। यह मामला आधिकारिक रूप से बाहर आने दें।” मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने अपना त्यागपत्र राज्यपाल गंगा प्रसाद को सौंप दिया है। वह नई सरकार बनने तक मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारियां निभाते रहेंगे। राज्य में नई सरकार किसकी होगी, इसे लेकर अभी भी ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही सरकार बनाने की कोशिशें कर रहे हैं।
निर्दलीय उम्मीदवार सैमुएल एस. संगमा ने भाजपा के हिमंता बिस्व सरमा से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने भाजपा को समर्थन देने का ऐलान किया। राज्य में भाजपा को 2 सीट मिली हैं। भाजपा की संभावित गठंबधन साझेदार नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने 19 सीटें जीती हैं। मेघालय में 3 मार्च को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को 21 सीट मिली हैं जो कि बहुमत के आंकड़े से 8 सीट कम हैं। 2013 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को 29 सीटे मिली थीं। इन चुनाव के बाद कांग्रेस राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
कांग्रेस का कहना है कि सूबे में सरकार बनाने के लिए उन्हें आमंत्रित किया जाना चाहिए। देर रात गवर्नर गंगा प्रसाद से मीटिंग करने के बाद कांग्रेस ने कहा कि सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा क्योंकि राज्य में कांग्रेस ही सबसे बड़ी पार्टी है।
– क्या मेघालय को अगाथा संगमा के रूप में राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री मिलेगी? इस सवाल के जवाब में एनपीपी के कॉनरेड संगमा ने कहा, ”आपको 5 बजे पता चल जाएगा।”
– शिलांग स्थित युनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी मुख्यालय में भाजपा के किरण रिजीजू और हिमंता बिस्व सरमा पहुंच चुके हैं। बीजेपी ने नवनिर्वाचित विधायक ए.एल. हेक को भाजवा विधायक दल का नेता चुन लिया है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री किरण रिजीजू ने ट्वीट के जरिए दी है।
– अमित शाह ने कहा, “यहां वह पार्टी सरकार बनाएगी जिन्हें विधायकों का अधिक से अधिक समर्थन मिलेगा।” उन्होंने कांग्रेस की ओर से राज्य में पार्टी के दो वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और कमलनाथ को भेजे जाने पर पूछा, “वे लोग वहां क्यों गए हैं?”
– भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि मेघालय विधानसभा का परिणाम बदलाव के लिए है और कांग्रेस को लोगों का जनादेश नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन के साथियों ने ‘बड़ी सफलता’ हासिल की है। शाह ने पत्रकारों से कहा, “यह बदलाव का परिणाम है। हमारे गठबंधन के साथियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। हमने अच्छा प्रदर्शन किया। कांग्रेस को बहुमत हासिल नहीं हुआ।”
– कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर धनबल का इस्तेमाल कर कांग्रेस को सत्ता से बाहर रखने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में भाजपा ने वाममोर्चा को सत्ता से बेदखल कर दिया है लेकिन त्रिपुरा की जनता को जल्द ही समझ में आ जाएगा कि उनको गहरा आघात लगने वाला है। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस त्रिपुरा में मुख्य मुकाबले में नहीं थी।
– वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने शनिवार को कहा था कि कांग्रेस मेघालय में अगली सरकार बनाने के लिए अपना दावा पेश करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बनाने के अपने प्रयास में मेघालय के सभी क्षेत्रीय दलों के संपर्क में हैं।
– हालांकि यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी भी एनपीपी के साथ मिलकर मेघालय में पार्टी बनाने की पूरी कोशिश में लगी हुई है। इन चुनावों में बीजेपी और एनपीपी ने अलग-अलग लड़ाई लड़ी थी। बीजेपी ने एनपीपी को सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन देने के लिए हाथ बढ़ाया है।
– मणिपुर में एनपीपी और बीजेपी के गठबंधन वाली सरकार है। वहीं युनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के खाते में छह सीट आई हैं। बीजेपी की उत्तर पूर्व लोकतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा यूडीडी ने हिल्स स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, जिसने खाते में 2 सीट आई हैं। अगर बीजेपी एनपीपी के साथ गठबंधन करने में कामयाब हो जाती है तो दोनों पार्टी का सीटों का आंकड़ा 29 हो जाएगा।
– कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ और अहमद पटेल शनिवार को दिल्ली से शिलॉन्ग पहुंचे ताकि स्थानीय पार्टियों से समर्थन लेकर सरकार बनाई जा सके। कमल नाथ ने कहा है कि सहयोगी दलों ने उन्हें समर्थन देने का आश्वासन दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सत्ता की इस रेस से बाहर है और वे मैदान के बाहर से नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।