बुलेट ट्रेन: समंदर के अंदर 2022 तक बन जाएगी सुरंग, अगले साल से शुरू होगा काम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन पर बहुत तेजी से काम चल रहा है। अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन 21 किलोमीटर तक का सफर समंदर के अंदर तय करेगी। इसके लिए काम शुरू हो गया है। भारत और जापान के विशेषज्ञों ने सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया है। सुरंग निर्माण के कार्य को 15 अगस्त, 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। पीएम मोदी ने चुनावी वादे पर अमल करते हुए बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए जापान के साथ समझौता किया है। परियोजना के पूरा होने पर अहमदाबाद से मुंबई की यात्रा बहुत कम समय में पूरा किया जा सकेगा। फिलहाल इसमें छह-सात घंटे लगते हैं।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अचल खरे ने समुद्र के अंदर सुरंग बनाने का काम आने वाले पांच वर्षों में पूरा करने की जानकारी दी है। ‘एएनआई’ से बात करते हुए खरे ने कहा, ‘मिशन के तहत सुरंग बनाने के काम को 15 अगस्त, 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल हमलोग जापानी विशेषज्ञों के साथ मिल कर समुद्र का अध्ययन कर रहे हैं। हमलोगों को हाई टाइड (ऊंची-ऊंची लहरें) जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी तक के सर्वेक्षण के मुताबिक सी-बेड की गहराई 10-15 मीटर तक है। सुरंग सी-बेड से 25-40 मीटर की गहराई में बनाया जाना है। हमें उम्मीद है कि सुरंग निर्माण का काम अगले साल से शुरू हो जाएगा।’ सुरंग बनाने से जुड़ी परियोजना के लिए डाटा इकट्ठा करने का काम 11 दिसंबर को शुरू किया गया था। यह काम 24 दिसंबर तक समाप्त हो जाएगा। भारत और जापान के विशेषज्ञ ठाणे के समीप जांच-पड़ताल कर रहे हैं।
जापानी विशेषज्ञ जनवरी, 2018 तक अंतिम रिपोर्ट सौंप देंगे। समंदर के अंदर सुरंग बनाने पर कुल 3,500 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। अहमदाबाद-मुंबई की दूरी 508 किलोमीटर है। इस परियोजना के लिए जापान ने 0.1 फीसद की रियायती दर पर 88,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। भारत को आने वाले 50 वर्षों में इसे चुकाना होगा। जापानी प्रधानमंत्री शिंजो एबी की भारत यात्रा के दौरान बुलेट ट्रेन परियोजना की नींव रखी गई थी।