एक बॉस अपने महिला लैब असिस्टेंट के काम से इतना नाराज हुआ कि उसने उसे जिंदा जला दिया।
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। एक डायग्नॉस्टिक सेंटर का बॉस महिला लैब असिस्टेंट के काम से इस कदर नाराज हो गया कि उसने ज्वलनशील पदार्थ उड़ेल कर उसे जिंदा जला दिया। पीड़िता अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना दक्षिणी चेन्नई के मडिपक्कम इलाके की है। राजा नामक व्यक्ति श्री बालाजी डायग्नॉस्टिक्स के नाम से सेंटर चलाता है। यमुना (34) वहां लैब असिस्टेंट के तौर पर काम करती हैं। ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के मुताबिक, 18 फरवरी की रात को राजा किसी बात को लेकर यमुना से बेहद नाराज हो गया था। उसने पीड़िता पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी थी। इसमें यमुना बुरी तरह से झुलस गई थी। यमुना लैब से आग की लपटों में लिपटी हुई चीखती-चिल्लाती बाहर निकली थी। आसपास के लोगों ने उन्हें आनन-फानन में कीपॉक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। पुलिस ने आरोपी राजा को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि यमुना काम में काफी लापरवाही बरतती थी। इस कारण उसे गुस्सा आ गया था। एक पुलिस अधिकारी ने आरोपी के हवाले से बताया कि यमुना ने कथित तौर पर एक कस्टमर को दूसरे व्यक्ति की रिपोर्ट दे दी थी, जिससे वह बेहद नाराज था। राजा ने यमुना को जिंदा जलाने के आरोपों को खारिज किया है। उसने दावा किया कि पीड़िता ने खुद ही आग लगा ली थी।
यमुना के परिजनों ने राजा पर झूठा वादा करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने कहा, ‘यमुना के परिजनों ने बताया कि राजा उसके काम से बहुत खुश था। आरोपी ने बेहतर पद के साथ वेतन बढ़ाने का भी वादा किया था। लेकिन, राजा अपने वादे पर कायम नहीं रहा।’ यमुना ने चार महीने पहले ही राजा के डायग्नॉस्टिक सेंटर में नौकरी शुरू की थी। राजा ने पूछताछ में बताया कि यमुना की अयोग्यताओं के कारण उसे बिजनेस में काफी नुकसान हुआ था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि राजा और यमुना काफी दिनों से एक-दूसरे को जानते थे। दोनों एक निजी हॉस्पिटल में लैब असिस्टेंट के तौर पर काम कर चुके थे। राजा ने कुछ वर्षों पहले ही खुद का डायग्नॉस्टिक सेंटर खोला था। यमुना पति आनंदन के साथ शिवसुब्रमण्यम नगर में रहती हैं। अनंदन कैब ड्राइवर हैं। उनकी एक चार साल की बेटी भी है।