यूपी पुलिस के स्वाट हेड और एसएचओ समेत 13 पुलिसवालों पर कोर्ट आदेश से दर्ज हुआ डकैती का केस
उत्तर प्रदेश की फर्रुखाबाद जिला अदालत के आदेश पर पुलिस ने स्वाट हेड और एसएचओ समेत 13 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। इन पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि इन्होंने 21 फरवरी को फर्रुखाबाद के एक घर में डकैती की घटना को अंजाम दिया। शिकायत के अनुसार, आरोपी पुलिसकर्मी फर्रुखाबाद के एक स्थानीय निवासी के घर में घुसे और घर में तोड़-फोड़ की। साथ ही पुलिसकर्मियों ने ज्वैलरी समेत लाखों रुपए का कीमती सामान लिया और चले गए। इतना ही नहीं इस घटना के दौरान पुलिसकर्मियों ने घर के मालिक के बेटे को खींचकर बाहर निकाला और बाद में फर्जी एनकाउंटर के तहत उसके पैर में गोली मार दी।
मीडीया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गई है, उनमें फर्रुखाबाद की स्वाट टीम के हेड संजय राय, मीरापुर पुलिस स्टेशन के इंचार्ज देवेंद्र कुमार और 11 अन्य पुलिसकर्मियों का नाम है। वहीं पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर पर फर्रुखाबाद के एसपी मृगेन्द्र सिंह का कहना है कि कोर्ट के आदेश के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गई है। हालांकि पुलिसकर्मियों के खिलाफ सिर्फ डकैती की शिकायत दर्ज करायी गई है और फर्जी एनकाउंटर का मामला एफआईआर में दर्ज नहीं किया गया है। इस पर जब एसपी से सवाल किया गया तो उन्होंने इस पर कोई भी कमेंट करने से इंकार कर दिया।
बता दें कि 22 फरवरी को दर्ज एक एफआईआर के अनुसार, ध्रुव सिंह बहेलिया और उसके जीजा श्रीचंद 21 फरवरी की रात एक मोटरबाइक पर जा रहे थे। उन्होंने पुलिस की एक टीम पर गोली चलाई, जो कि स्वाट टीम के हेड संजय राय की बुलेटप्रुफ जैकेट में लगी, वहीं एक अन्य कॉन्सटेबल के हाथ को चीरती हुई चली गई। इस पर पुलिस ने जवाबी फायरिंग की और एक गोली ध्रुव के पैर में लग गई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया और उसके पास से 240 ग्राम सोना, 1.4 किलो चांदी और 2 पिस्तौल बरामद की। वहीं ध्रुव की मां का आरोप है कि 21 फरवरी की रात 13 पुलिसवाले उनके घर में घुसे और मेरे बेटे को अपने साथ ले गए। जाने से पहले पुलिसकर्मियों ने घऱ में तोड़-फोड़ की और लाखों रुपए का कीमती सामान अपने साथ ले गए।