अमेरिकी वाणिज्यदूत का दावा, बढ़ रही अमेरिका में उच्च शिक्षा के लिए जा रहे भारतीय छात्रों की संख्या,
उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका जाने वाले छात्रों की संख्या बढ़ी है। हालांकि भारतीय छात्रों में से अधिकांश पूर्वी क्षेत्र से हैं। स्थिति यह हो गई है अमेरिका में पढ़ रहे विदेशी छात्रों में से एक छात्र भारतीय है।
भारतीय छात्रों का विदेश से खासतौर पर अमेरिका से उच्च शिक्षा प्राप्त करने का क्रेज कुछ बढ़ा है। यह बात पिछले वर्ष के आंकड़े बता रहे हैं। अमेरिकी वाणिज्य दूत मेलिंडा पावेक ने भी बताया कि 2024 में उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या बढ़ी हैं, इनमें से अधिकांश छात्र पूर्वी क्षेत्रों के हैं।
बृहस्पतिवार को 8 वां वार्षिक छात्र वीजा दिवस पर कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम के दौरान अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की टीम ने देश भर में 3,900 से अधिक छात्र वीजा आवेदकों का साक्षात्कार लिया। यहाँ स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में 100 से अधिक छात्रों और उनके परिवारों ने गतिविधियों में भाग लिया।
8 वें वार्षिक छात्र वीजा दिवस पर अमेरिकी वाणिज्यूदत मेलिंडा पावेक ने कहा कि इस क्षेत्र के राज्यों से हजारों छात्र, जिनमें पूर्वोत्तर भी शामिल है। वे इस साल अमेरिका जाने वाले भारतीय छात्रों के सबसे बड़े प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। उन्होंने बताया, “पिछले साल दुनिया में शीर्ष चार छात्र वीजा प्रसंस्करण पद भारत में ही थे। क्योंकि हमने 2018, 2019 और 2020 में संयुक्त रूप से जितने वीजा जारी किए थे, उससे कहीं अधिक पिछले वर्ष जारी किए।”
पावेक ने कहा कि “मैं किसी छात्र द्वारा आइवी लीग स्कूल में पढ़ने के लिए पारिवारिक संपत्ति गिरवी रखने की संभावना से नफरत करती हूं। छात्रों की डिग्री पर जोर दिया जाना चाहिए।” हाल ही में वीजा संबंधी समस्याओं के कारण कई भारतीय छात्रों को अमेरिका से वापस भेजा गया है। इस पर उन्होंने कहा कि उनका देश कभी भी किसी “वास्तविक छात्र” को वापस नहीं भेजना चाहता।
कौशल सिखा रहा अमेरिका वाणिज्य दूतावास
अमेरिका वाणिज्य दूत मेलिंडा पावेक ने कहा कि भारतीयों को अंग्रेजी भाषा कौशल प्रदान कर रहा है। साथ ही अमेरिकी वाणिज्य दूतावास समाज के हाशिए पर पड़े वर्ग की महिला उद्यमियों को विशेष संचार सिखा रहा है। उन्होंने बताया “हम उन्हें व्यवसाय योजनाएं लिखने के बारे में विशेष कौशल प्रदान कर रहे हैं। यह उनके लिए उपयोगी विशेष संचार है।” पावेक ने बताया कि कि अमेरिका में भारतीय छात्र इंजीनियरिंग, रसायन विज्ञान और भौतिकी आदि के अलावा कंप्यूटर विज्ञान, मशीन लर्निंग और एआई का अध्ययन करने में रुचि रखते हैं।पी टी आई