रोहिंग्या मुसलमानों के लिए साध्वी प्राची का बयान- भारत उनके बाप की जागीर नहीं है जो यहां घुस बैठे हैं
हिंदुस्तान में रोहिंग्या मुस्लिमों की बढ़ती जनसंख्या को लेकर विहिप नेत्री साध्वी प्राची ने बड़ा बयान दिया है। साध्वी प्राची ने मुजफ्फरनगर में रोहिंग्या मुस्लिमों को कट्टरवादी आतंकवादियों से भी खतरनाक बताया है। उन्होंने कहा कि रोहिंग्या मुस्लिम स्टेट के कट्टरपंथी आतंकवादियों से भी ज्यादा खतरनाक हैं। वह समझती हैं कि हिंदुस्तान के अंदर 40 हजार रोहिंग्या जाति के लोग घुसपैठ कर चुके हैं, जिसमें अकेले 15 हजार रोहिंग्या मुस्लिम तो कश्मीर के अंदर आ चुके हैं। उन्होंने कहा, सरकारी आकंड़े बता रहे हैं कि 40 हजार रोहिंग्या मुस्लमान हिंदुस्तान की सड़कों पर पड़े हैं। वो समझ रहे हैं कि हिंदुस्तान जैसे उनकी धर्मशाला है। म्यांमार के अंदर तो उन्होंने खूब कत्लेआम मचाया। बौद्ध पूरे विश्व के अंदर शांति का पाठ पढ़ाते थे। उनके साथ में इन लोगों ने कत्लेआम किया। उनकी पत्नियों के साथ इन लोगों ने दुष्कर्म किया, जिसको मुझे बताने में शर्म आती है।
उन्होंने कहा, 56 इस्लामिक स्टेट हैं, ये रोहिंग्या मुस्लमान वहां क्यों नहीं जा रहे हैं। ये हिंदुस्तान के अंदर घुस अराए हैं। इनका मकसद केवल और केवल कट्टरपंथी आतंकवाद पूरे भारत में फैलाना है। इसी वजह से पूरा विश्व इन्हें शरण देने के लिए तैयार नही हैं। सरकार को तुरंत इन पर कठोर से कठोर कार्रवाई कर के इनको पकड़कर हिंदुस्तान की सीमा से बाहर कर देना चाहिए। सरकार अभी अगर इस पर विचार नहीं करेगी तो अच्छा नहीं होगा।
साध्वी प्राची ने कहा, कश्मीर के हिन्दू घाटी से भगाए गए तो सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी। कोई सुनवाई नहीं की। मुझे पता चला कि इन लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की तो वहां पर सुनवाई होगी। मुझे अफसोस है कि हिंदुस्तानियों के लिए उनके पास समय नहीं है। जिनको म्यांमार से भी भगाया गया, ऐसे लोगों के लिए सुनवाई पर विचार किया जा रहा है। इनके लिए मानवधिकार भी सचेत हो गया। कश्मीरियों के लिए तो मानवाधिकार भी शांत था। कोई भी दिखाई नहीं देता था।