वायग्रा : कभी वेश्या के हाथों ग्राहक के कत्ल की वजह बनी थी, 20 साल में पहली बार बिना डॉक्टरी सलाह के बिकेगी
दुनियाभर में हलचल मचाने वाली वायग्रा अगले साल मार्च में 20 साल पूरे कर लेगी। यौन संबंधों में इसकी उपयोगिता को समझा जा सकता है। वायग्रा पहली बार आज से 25 साल पहले ब्रिटेन में अस्तित्व में आई थी। अमेरिकी कंपनी फाइजर ऐन्जाइन (कंठ-शूल) के लिए दवा विकसित करने में जुटी थी, जब वायग्रा सामने आई। शुरुआत में इसे यूके-92480 के नाम से जाना गया था। ब्रिटेन में इसके इस्तेमाल को मंजूरी नहीं दी गई थी। लेकिन, अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने छह साल बाद 27 मार्च 1998 में इसके इस्तेमाल को अपनी मंजूरी दी थी। पिछले सप्ताह ब्रिटेन ने बिना किसी डॉक्टरी सलाह के वायग्रा बेचने की व्यवव्स्था को मंजूरी दी है। ऐसा करने वाला वह पहला देश हो गया है।
ब्रिटेन ने यह कदम इस उम्मीद के साथ उठाया है कि इससे वायग्रा के दुरुपयोग को रोका जा सकेगा। वायग्रा को लेकर ताइवान में एक विचित्र घटना सामने आई थी। एक वेश्या को 74 वर्षीय ग्राहक की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बुजुर्ग ने वायग्रा लेने के तुरंत बाद वेश्या को दोबारा यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर कर रहा था। ताइवान में वेश्या के अलावा फ्रांस में एक शेफ को वायग्रा सॉस के साथ डिश परोसने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, इस दवा की कालाबाजारी भी खूब हो रही है। ब्रिटेन में पिछले पांच वर्षों में पांच करोड़ पौंड (434 करोड़ रुपये) मूल्य की वायग्रा जब्त की जा चुकी है। शुरुआत में फाइजर का पेटेंट होने की वजह से इसकी कीमत बेहद ज्यादा थी। वर्ष 2015 में पेटेंट की मियाद खत्म होने के बाद वायग्रा की कीमत में कमी आई है।
अमेरिकी खाद्य सुरक्षा एजेंसी द्वारा वायग्रा की बिक्री की अनुमति देने के बाद इसके इस्तेमाल में व्यापक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 1998 में मंजूरी मिलने के पहले साल में ही एक अरब डॉलर (तकरीबन 65 अरब रुपये) की वायग्रा बिकी थी। फाइजर की वायग्रा टीम के पूर्व प्रमुख डेविड ब्रिंकले ने बताया कि यौन संबंधों में इसकी उपयोगिता सामने आने से लोग चौंक गए थे। शुरुआत में इसका इस्तेमाल करने से अमेरिका में 130 लोगों की मौत होने की बात सामने आई थी। इसे वायग्रा के लिए सबसे खराब समय माना जाता है।