जम्मू कश्मीर: कर्ण सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने पीडीपी से दिया इस्तीफा

जम्मू कश्मीर में सत्तारूढ़ दल पीडीपी के वरिष्ठ नेता विक्रमादित्य सिंह ने रविवार को पार्टी से अपने इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जम्मू क्षेत्र की मांगों और आकांक्षाओं का अनादर करने वाली पीडीपी के साथ बने रहना उनके लिए संभव नहीं था। आखिरी डोगरा शासक महाराज हरि सिंह के पोते विक्रमादित्य सिंह अगस्त 2015 में पीडीपी में शामिल हुए थे। सिंह ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मैंने अपना इस्तीफा पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को भेज दिया है, जिसमें इसे फौरन स्वीकार करने का अनुरोध किया गया है। मुझे लगता है कि पीडीपी का सदस्य बने रहना मेरे लिए नैतिक रूप से सही नहीं है।’’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह के बेटे विक्रमादित्य ने दावा किया कि वह राज्य और खासतौर पर जम्मू से जुड़ी अपनी चिंताओं के बारे में पिछले कई महीनों से अवगत करा रहे थे लेकिन पार्टी ने इस मुद्दे को खारिज कर दिया। उनके मुताबिक, इन मुद्दों में रोहिंग्याओं की अवैध बसावट और महाराजा हरि सिंह की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की मांग शामिल थी। वहीं, कश्मीर में सत्तारूढ़ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेताओं पर आतंकी हमले कम नहीं हो रहे हैं। बीते कुछ ही दिनों में दो पीडीपी विधायकों के घर ग्रेनेड फेंके गए। शुक्रवार को त्राल में पीडीपी विधायक मुश्ताक अहमद के घर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका। हालांकि, इस हमले में किसी तरह का कोई हताहत होने की खबर नहीं है।

इसी तरह से गुरुवार को शोपियां जिले में पीडीपी विधायक एजाज मीर के घर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका था। इससे करीब दो सप्ताह पहले दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले में सत्तारूढ़ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के एक पूर्व ग्राम प्रधान की आतंकवादियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। सरपंच को नजदीक से गोली मारी गई थी, जिसके बाद अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई थी। गुरुवार को शोपियां जिले के जियनापोरा क्षेत्र में विधायक एजाज मीर के घर आतंकियों ने ग्रेनेड फेका था। शुक्रवार की तरह इस हमले में भी कोई नुकसान नहीं हुआ था।