मध्य प्रदेश के आदिवासी बेहद डरे हैं किडनी चोर की अफवाहों से, रात भर जागकर दे रहे हैं पहरा

मध्य प्रदेश के आदिवासी इन दिनों एक अफवाह से बेहद डरे हुए हैं। ये अफवाहें सोशल मीडिया के जरिए फैलाई जा रही हैं। अफवाहों में ऐसे किस्से शामिल हैं जिनमें कुछ लोग आदिवासियों की किडनियां लूट रहे हैं। हालांकि किसी भी आदिवासी की किडनी निकाले जाने का एक भी मामला सामने नहीं आया है। लेकिन अफवाह का खौफ इतना है कि गांवों में लोग लाठी-डंडे लेकर पहरा दे रहे हैं। इन अफवाहों से परेशान जिला प्रशासन को बाकायदा निर्देश जारी करने पड़े हैं कि अफवाह फैलाने पर कठोर दंड दिया जाएगा।
इन अफवाहों का केंद्र मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा से सटा हुआ आदिवासी बहुल बालाघाट जिला है। गांव वालों के मुताबिक रात में कुछ लोग आते हैं और दरवाजा खटखटाते हैं या घर के लोगों को उनके नाम से बुलाते हैं। जैसे ही घर से कोई भी बाहर निकलता है, अंजान लोग उसे उठा ले जाते हैं और उसकी किडनी निकाल लेते हैं। ग्रामीण भी मान रहे हैं कि अभी तक वह किसी भी ऐसे शख्स को नहीं जानते हैं, जिसकी किडनी निकाली गई हो। लेकिन अफवाहों के कारण नई-नई कहानियां भी बनने लगी हैं।
ऐसी ही एक घटना बुधवार (20 जून) की रात हट्टा थाना क्षेत्र के सालेटेका में घटित हुई। सालेटेका गांव के गोवारी मोहल्ले में अचानक कुछ लोग चोर-चोर चिल्लाने लगे। आवाज सुनकर पूरा गांव इकट्ठा हो गया। पता चला कि तीन लोग दीपक को आवाज दे रहे थे और घर में पीछे से घुसने की कोशिश कर रहे थे। शोर सुनकर तीन लोग खेतों की तरफ भाग गए। इस घटना के बाद पूरी रात कोई भी गांव वाला सो नहीं सका। सिहोरा गांव में भी लोग सोशल मीडिया के मैसेजों के कारण जाग रहे हैं। किरनापुर थाना क्षेत्र के मुर्री गांव के ग्रामीण संजय के मुताबिक,”रात में कुछ लोग छप्पर पर चढ़कर घर के लोगों का नाम बुलाते हैं।” इस अफवाह के कारण लोग शाम से ही अपने घरों में कैद हो जाते हैं। बच्चों को खेलने भी नहीं जाने दिया जा रहा है। सिहोरा गांव में भी ऐसी ही घटनाओं की अफवाह है। हालांकि पुष्टि अभी तक एक भी घटना की नहीं हो सकी है।
हालांकि मुर्री गांव के लोगों ने गांव में घूमते हुए मानसिक विक्षिप्त को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। बाद में पता चला कि वह महाराष्ट्र के गोंदिया का रहने वाला है। और भटककर मध्य प्रदेश में आ गया है। उसका आवाज देने या किसी घटना में शामिल होने से कोई संबंध नहीं बताया गया। इस मामले में किरनापुर थाने के प्रभारी रितेश पांडे ने बताया,”ग्रामीणों को जनसंवाद के जरिए जागरूक किया जा रहा है। अफवाह फैलाने वालों से सतर्क रहने के लिए कहा गया है। शरारती तत्वों पर भी निगाह रखी जा रही है।”