Video: नवादा में हनुमानजी की टूटी मूर्ति पर भड़का तनाव, गिरिराज सिंह बोले- राहुल गांधी के अनाप-शनाप बयानों से खराब हुआ माहौल
बिहार के नवादा जिले में हनुमानजी की मूर्ति तोड़े जाने के बाद क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव फैल गया। पुलिस ने समय रहते तत्परता दिखाते हुए स्थिति को बेकाबू होने से पहले ही संभाल लिया। हिंसा को देखते हुए क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है। इस दौरान लोगों ने पत्थरबाजी करनी शुरू कर दी थी। वाहनों में तोड़फोड़ करने की घटनाएं भी सामने आईं। घटनास्थल से लोगों को खदेड़ने के लिए पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज भी की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नवादा के अंसार नगर में हिंसा भड़क गई थी। आक्रोशित लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को फायरिंग भी करनी पड़ी। समय रहते पुलिस के सक्रिय होने से हिंसा को अन्य क्षेत्रों में फैलने से रोक दिया गया। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रण में बताया है। दूसरी तरफ, इस घटना पर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो चुकी है। नवादा से ही भाजपा के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हिंसा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहरा दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल अनाप-शनाप बयान देकर माहौल खराब कर रहे हैं।
गिरिराज सिंह ने कहा कि सामाजिक समरसता खराब होने की वजह से दंगे हुए हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘राहुल ने हिंदुओं को बांटने की कोशिश की है। वह गुजरात में जाते हैं तो जनेऊ पहन लेते हैं और मंदिर चले जाते हैं। कांग्रेस पार्टी केरल में बीफ पार्टी कराती है। ऐसे में कांग्रेस क्या करना चाहती है? राहुल गांधी क्या चाहते हैं? उनकी मानसिकता यही है कि भारत के टुकड़े-टुकड़े हो जाएं, भारत खत्म हो जाए और सोनिया और राहुल खूब खुशी मनाएं। भारत को टुकड़े-टुकड़े करने की कांग्रेस, राहुल और सोनिया की साजिश देश हित में नहीं है। राहुल को बहुरुपिया बनने की क्या जरूरत है? कहीं टोपी पहन रहे हैं, कहीं मंदिर जा रहे हैं, कहीं तिलक लगा रहे हैं और कहीं बछड़े काट रहे हैं। कांग्रेस साजिश के तहत कहीं न कहीं भारत और हिंदुओं को कमजोर करना चाहती है। इसके लिए राहुल और सोनिया गांधी जिम्मेदार हैं।’
बिहार में सांप्रदायिक तनाव की घटना भागलपुर से शुरू हुई थीं। इसके बाद औरंगाबाद, समस्तीपुर, नालंदा, मुंगेर और नवादा भी इसकी चपेट में आ गया। भागलपुर में दो गुटों के बीच हुए तनाव में भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अश्वनी कुमार चौबे के बेटे आरोपी हैं। केंद्रीय मंत्री शुरुआत से ही बेटे का बचाव करते रहे हैं। इस बीच नीतीश कुमार की सरकार की भी आलोचना होने लगी है।