किस-किस अफसर तक पहुंचता है वसूली का पैसा, वायरल विडियो में कबूलने वाला दारोगा सस्पेंड
उत्तर प्रदेश में भले ही सत्ता बदल गई हो लेकिन काम-काज का तरीका और पुलिसकर्मियों द्वारा अवैध वसूली का सिलसिला अभी भी जारी है। यह अलग बात है कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सभी मंत्री जीरो करप्शन के दावे करते हों। सरकार के दावों की पोल भी सरकारी कर्मचारी खोल रहे हैं, जो खुद इस तरह के अवैध वसूली के धंधे में लिप्त होते हैं। हिन्दुस्तान के मुताबिक कानपुर के एक दारोगा का विडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह साफ-साफ कहते हुए दिखाई दे रहा है कि अवैध वसूली का पैसा किस-किस अफसर तक पहुंचता है। विडियो वायरल होने के बाद एसएसपी ने आरोपी दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया है।
दरअसल, कानपुर के चकरनगर थाने में तैनात दारोगा प्रमोद कुमार का एक विडियो वायरल हो रहा है। वो थाने से बाहर किसी दुकान में बैठकर बात करते दिख रहे हैं। इस दौरान दारोगा कहते दिख रहे हैं कि कोई भी अफसर दूध का धुला हुआ नहीं है, सभी को पैसे चाहिए। दारोगा प्रमोद कुमार विडियो में कह रहे हैं हैं कि अवैध खनन वाले ट्रकों से होनेवाली वसूली में सभी का हिस्सा होता है। दारोगा के मुताबिक वसूली का हिस्सा चौकी इंचार्ज, थानेदार, सीओ और एसएसपी तक जाता है। प्रमोद कह रहे हैं कि पिछले एसएसपी भी पैसे लेते थे लेकिन वो मौजूदा एसएसपी का नाम नहीं ले रहे हैं। प्रमोद जब ये बातें कह रहे थे तब उन्हें इसका आभास नहीं हुआ कि कोई उसका विडियो बना रहा है।
विडियो वायरल होने की जानकारी मिलने के बाद कानपुर के एसएसपी वैभव कृष्ण ने इसकी जांच कराई। विडियो सही पाए जाने पर दारोगा प्रमोद कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए लाइन हाजिर कर दिया है। हिन्दुस्तान से बातचीत में एसएसपी ने बताया कि शुरुआती जांच में दारोगा पर लगे आरोप सही पाए गए, इसके बाद उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही एसएसपी वैभव कृष्ण ने अवैध खनन में लगे ट्रकों से वसूली की भांडाफोड़ किया था। इस मामले में 34 लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजा गया था। इन लोगों में पुलिसकर्मियों के अलावा खनन माफिया और आरटीओ के भी अफसर शामिल थे।