बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले जमकर हो रही हिंसा, बीडीओ ऑफिस में जमकर चले बम
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के मद्देनजर हिंसा की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। पिछले 24 घंटों के अंदर तीसरी हिंसा बीरभूम, बांकूरा, जलपाइगुड़ी जिलों में हुई है। भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के नेताओं ने आरोप लगाया है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनपर बीरभूम और जलपाइगुड़ी में फायरिंग की है। इधर पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में बीते गुरुवार को बीडीओ कार्यालय अचानक ही रणभूमि में तब्दील हो गया। बीडीओ कार्यालय परिसर में बमबारी की गई। इस बमबारी का आरोप तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगा है। आरोप के मुताबिक विपक्षी नेताओं को पंचायत चुनाव मे नामांकन दायर करने से रोकने के इरादे से यह बमबारी की गई है। इस बमबारी में सीपीआई (एम) के पूर्व सासंद राम चंद्र गभीर रूप से जख्मी हो गए। कई सीपीआई(एम) समर्थकों और पुलिस वालों को भी गंभीर चोटें आई हैं। यह बमबारी नलहाटी स्थि बीडीओ कार्यालय में की गई है। सीपीआई सांसद डॉ. राम चंद्र पंचायत चुनाव में अपना नामांकन दायर करने के लिए एक बड़ी रैली लेकर निकले थे। सीपीआई समर्थकों के हाथों में तीर और तलवार जैसे परंपरागत हथियार थे। बीडीओ कार्यालय में नामांकन दाखिल करते वक्त टीएमसी कार्यकर्ताओं ने वहां बमबारी शुरू कर दी।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वहां पुलिस ने पहले लाठी चार्ज किया लेकिन स्थिति काबू ना होता देख पुलिस को यहां फायरिंग करनी पड़ी । सीपीआई(एम) के एक कार्यकर्ता को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि जख्मी पूर्व सासंद और कुछ पुलिस वालों को नालहटो ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।पूर्व सांसद रामचंद्र को सिर में कई टांके लगे हैं। इस बमबारी के बाद सीपीआई(एम) नेता रामचंद्र ने कहा कि वो यहां शांति पूर्वक अपना नामांकन दाखिल करने आए थे। लेकिन बीरभूम के सभी बीडीओ कार्यालय में धारा 144 लागू होने के बावजूद टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के अंदर घुसकर बमबारी की।
इधर इस मामले पर टीएमसी के जिला अध्यक्ष अनुव्रत मंडल ने सीपीआई(एम) के आरोपों से इनकार किया है। उनका कहना है कि पार्टी की छवि खराब करने के लिए विपक्ष साजिश कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि राम चंद्र हथियार लेकर अपने समर्थकों के साथ वहां क्यों गए थे? आपको बता दें कि जब से पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हुई है वहां हिंसा काफी बढ़ गई है।नलहाटी के ब्लॉक 1 और 2 में टीएमसी और सीपीआई(एम) के समर्थकों के आपस में भिड़ने की खबर भी है। इस हंगामे के बाद वहां भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। कुछ दिनों पहले बीजेपी के जिला सचिव कालोसोना मंडल पर डीएम कार्यालय के बाहर हमला किया गया था।
पुरुलिया के जिला बीजेपी अध्यक्ष विद्यासागर चक्रवर्ती ने आरोप लगाया है कि टीएमसी के कई समर्थक एक के बाद एक बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। अपने पूर्व समर्थकों से बदला लेने के लिए टीएमसी बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले करवा रही है।