UP नगर निकाय चुनाव नतीजे 2017: निकाय चुनावों में बजा बीजेपी का डंका, 16 में से 14 नगर निगमों में मिली जीत
![](https://aknnews.com/wp-content/uploads/2017/12/UP-Nagar-Palika-Election-Winners-List-60-300x200.jpg)
UP Nagar Nigam Election/Chunav Result 2017: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव के परिणाम लगभग आ चुके हैं। यहां पर हम आपको बता रहे हैं कि 16 नगर निगमों में कौन जीता। भाजपा 16 में से 14 सीटें जीतने की ओर बढ़ रही है। लखनऊ की मेयर की कुर्सी पर पहली बार एक महिला बैठेगी। यहां से संयुक्ता भाटिया को जीत मिली है। फिरोजाबाद से बीजेपी उम्मीदवार नूतन राठौर ने जीत दर्ज की है। वहीं आगरा से भाजपा उम्मीदवार नवीन जैन मेयर होंगे। कानपुर में भी भाजपा प्रत्याशी प्रमिला पांडे जीत गई हैं। वाराणसी से भाजपा उम्मीदवार मृदुला जायसवाल ने जीत दर्ज की है। फैजाबाद में बीजेपी के ऋषिकेश उपाध्याय मेयर बने। मुरादाबाद से बीजेपी उम्मीदवार विनोद अग्रवाल को जीत मिली है। सहारनपुर से संजीव वालिया ने 1200 वोट से बसपा के फजलुर्रहमान को हराया। बसपा ने 2 सीट पर बढ़त बना रखी है। महापौर पद के चुनाव में बीते वर्ष सत्ता में रही समाजवादी पार्टी के साथ ही कांग्रेस मुकाबले से बाहर हैं। सपा और कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी हर जगह से पीछे चल रहे हैं।
तीन चरणों में कुल 52.5 प्रतिशत मतदान हुआ था। प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महानगरों में अपना दबदबा बनाए रखने में अब तक सफल रही है। नगर निगम के पिछले चुनाव में भले ही भाजपा के 10 महापौर जीतने में कामयाब रहे थे, लेकिन उन्हें किसी भी निगम सदन (बोर्ड) में बहुमत नहीं मिला था। सम्पूर्ण 652 निकायों की गणना के लिए प्रदेश में 334 मतगणना स्थल स्थापित किए गए थे जिनमें कुल 11,200 टेबल मतगणना के लिए लगायी गयी थी। मतगणना में कुल 56,000 कार्मिक नियुक्त किए गए थे। पहली बार नगरीय निकाय चुनाव में सभी पार्टियों ने अपने चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा। इन चुनावों को वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले जनता का मन टटोलने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। सभी विजयी प्रत्याशियों को निर्वाचन परिणाम एसएमएस के माध्यम से भी प्रेषित किए जाएंगे तथा उस निकाय के वे मतदाता जिन्होंने अपना मोबाइल नम्बर आयोग के डेटाबेस में दर्ज करा रखा है उन्हें भी एसएमएस के माध्यम से परिणाम भेजे जाएंगे।
देखें, किसी नगर निगम में कौन जीता, कौन आगे:
आगरा – नवीन जैन, भाजपा
अयोध्या-फैजाबाद – ऋषिकेश उपाध्याय, भाजपा
अलीगढ़ – मो. फुरकान, बसपा
मथुरा – मुकेश आर्य बंधु, भाजपा
मेरठ – सुनीता वर्मा, बसपा
गाजियाबाद – आशा शर्मा, भाजपा
झांसी – राम तीरथ सिंघल, भाजपा
लखनऊ – संयुक्ता भाटिया, भाजपा
कानपुर – प्रमिला पांडे, भाजपा
वाराणसी – मृदुला जायसवाल, भाजपा
फिरोजाबाद- नूतन राठौर, भाजपा
सहारनपुर – संजीव वालिया, भाजपा
गोरखपुर – सीताराम जायसवाल, भाजपा
बरेली – उमेश गौतम, भाजपा
मुरादाबाद – विनोद अग्रवाल, भाजपा
रुझानों पर बीजेपी प्रवक्ता व यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह का कहना है कि ये ‘2019 चुनाव के लिए अच्छा संकेत है।’ वहीं डिप्टी सीएम केशप प्रसाद मौर्य ने कहा कि ‘जनता का समर्थन हमें मिला है, इसका स्पष्ट संकेत मिल रहा है।’
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ था। इन चुनाव को लेकर भाजपा की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब तीन दर्जन जनसभाओं को संबोधित किया। संभवत: ऐसा पहली बार है जब किसी मुख्यमंत्री ने नगरीय निकाय चुनाव में प्रचार किया है। वैसे, पूर्व में भी नगरीय निकायों में भाजपा का ही दबदबा रहा है। वर्ष 2012 में हुए नगरीय निकाय चुनाव में प्रदेश के 12 में से 10 नगर निगमों में भाजपा के ही मेयर चुने गए थे।