बंगाल में दहेज लोभियों ने 9 महीने की बच्ची समेत मां को जिंदा जला कर मार डाला, आरोपी हुए फरार
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के दंगापारा नाम के गांव में एक 25 वर्षीय मां और उसकी 9 महीने की बच्ची को कथित तौर पर जलाकर मार डाला गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला और उसकी नन्हीं बच्ची की हत्या का आरोप पति और सास-ससुर पर लगा है। स्थानीय मीडिया के अनुसार ससुराल वाले महिला से दहेज की मांग कर रहे थे। सोमवार (20 अगस्त) की रात मृतका के घरवालों ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मृतका का नाम सुमित्रा कुंडू बताया जा रहा है। आरोप है कि मृतका के पति तापस कुंडू ने हत्या की वारदात को इसलिए अंजाम दिया क्योंकि वह तीन बच्चियों का पिता बन गया था। तीन बच्चियों में से सबसे छोटी बच्ची अवाया को मौत के घाट उतार दिया गया। दो बच्चियां दिया और लक्ष्मी को बची हैं, जिनकी उम्र क्रमश: 4 और 2 वर्ष बताई जा रही है। सुमित्रा के घरवालों ने आरोप लगाया है कि शादी में मोटा दहेज मिलने के बावजूद तापस 50 हजार रुपये की मांग कर रहा था।
पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक तापस कुंडू के पिता अमल कुंडू और मां अनीता बहू सुमित्रा को यातना देते थे। सुमित्रा के भाई असिश मोंडल ने बताया कि पुलिस ने शुरू में शिकायद दर्ज करने से मना कर दिया था जिसकी वजह से आरोपियों को गांव से फरार होने के लिए पर्याप्त समय मिल गया। मंगलवार की दोपहर तक पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। जंगीपुर के सब-डिवीजनल पुलिस ऑफिसर प्रसेनजीत बनर्जी ने मीडिया को बताया, ”मुझे घटना के बारे में पता नहीं था। प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले।”
मां और बच्ची हत्या से लोग सहमे हुए हैं। मर्शिदाबाद ऐसे इलाकों में गिना जाता है जहां घनी आबादी बसती है और ममता बनर्जी सरकार के द्वारा चलाई जा रही परियोजना ‘कन्याश्री’ को यहां प्राथमिकता से लागू किया गया है। पड़ोसियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह सुमित्रा और तापस में झगड़ा हो गया था। गुस्से में आग बबूला तापस ने सुमित्रा और सबसे छोटी बच्ची को कमरे में बंद कर उन्हें आग के हवाले कर दिया। चीखने की आवाज सुनकर पड़ोसी मदद के लिए आगे बढ़े। मां और बच्ची को मुर्शिदाबाद के मेडीकल कॉलेज ले जाया गया जहां रविवार की रात उनकी मौत हो गई।