बेटे की चाह में पति ने अपने परिवार के साथ मिल अपने तीन बेटियों की मां को जिन्दा जला दिया
राजस्थान में बेटे की चाह में तीन बेटियों की मां को जिन्दा जला दिया गया। घटना का आरोप महिला के पति और ससुराल वालों पर लगा है। बताया गया कि महिला के परिवार वाले लड़का पैदा न करने के कारण उससे नाराज थे। महिला को 95% जलने के बाद गंभीर हालत में जोधपुर के सरकारी अस्पताल में शुक्रवार को भर्ती करवाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पीड़िता देवयानी ने जलाने का आरोप पति गोपाल कृष्ण रणेजा और अपने सास—ससुर लिछी राम और रुकमण देवी पर लगाया है। मामला पोकरण जिले के फलसूंद का है। बताया गया कि पाली जिले की रहने वाली देवयानी की शादी दुकान चलाने वाले गोपाल से 13 साल पहले हुई थी।
देवयानी के पिता कन्हैया लाल का आरोप है कि उसे लम्बे समय से लड़का न होने के कारण मारा—पीटा जा रहा था। उन्होंने देवयानी के ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। राजस्थान राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन सुमन शर्मा ने घटना का संज्ञान लेते हुए जैसलमेर पुलिस से घटना पर रिपोर्ट तलब की है। कन्हैयालाल का आरोप है कि देवयानी को बेटा पैदा न करने के कारण लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। उसका पति उसे लगातार दूसरी शादी करने की धमकी भी दे रहा था। जब मैं उसके जलने की सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचा तो वह अपनी अन्तिम सांसें गिन रही थी। उसने अपने पिता को बताया कि उसके सास—ससुर और पति ने उसे केरोसिन डालकर जलाया है।
वहीं पोखरण पुलिस के मुताबिक, उसके ससुराल वालों का दावा है कि बुधवार रात वह गैस सिलिंडर में लीकेज की वजह से ही जलकर मर गई थी। वे सबसे पहले उसे इलाज के लिए गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गए। जहां से उसे आगे के इलाज के लिए जोधपुर रेफर कर दिया गया। जैसलमेर के एसपी गौरव यादव ने बताया कि देवयानी के पिता ने धारा 302 के तहत पति गोपाल कृष्ण, ससुर लीची राम रणेजा और सास रुकमन देवी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है। जबकि पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जिला महिला आयोग की सदस्य नीलम मूंदड़ा ने अस्पताल में जाकर पूरे मामले की जानकारी ली है। पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों की टीम गठित की गई थी। टीम ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया। वहीं इस घटना के बाद ब्राह्मण समुदाय के लोग भी अस्पताल पहुंचे और निष्पक्ष जांच की मांग की।