दो औरतों के जाल में फंसा था वायु सेना का ग्रुप कैप्टन, भेजती थीं एडल्ट वीडियो
51 वर्षीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह के हनीट्रैप मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक मारवाह को दो महिलाओं ने एडल्ट वेबसाइटों से डाउनलोड कर पांच वीडियो भेजे थे। मारवाह ने इस महिलाओं से फेसबुक के जरिये दोस्ती की थी। कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने महिलाओं की प्रोफाइल बनाकर मारवाह को फंसाया था। मारवाह पर आरोप है कि उन्होंने महिलाओं के झांसे में फंसकर खुफिया जानकारी साझा कर दी। पुलिस ने मारवाह के फोन से डिलीट किए जा चुके वीडियो बरामद कर यह जानकारी दी। पुलिस ने जब मारवाह से वीडियो के बारे में पूछताछ की तो उसने बताया कि दो महिलाओं ने उन्हें वीडियो भेजे थे। पुलिस ने बताया कि जांच अधिकारी ने फेसबुक को से महिलाओं की प्रोफाइस के आईपी एड्रेस मांगे हैं। जांच अधिकारी ने पूछा है कि कब और कहां महिलाओं की प्रोफाइल जनरेट की गई थीं।
ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत जांच कर रहे अधिकारी ने फेसबुक से डिलीट किए जा चुके मैसेज मांगे हैं। मारवाह को दिल्ली की अदालत के समक्ष पेश किया गया था, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया। पुलिस ने मारवाह के घर पर भी छापेमारी की हैं वहां से पेन ड्राइवन और हार्ड डिस्क जब्त कर उन्हें सीबीआई की फोरेंसिक लैब में भेजा गया है। पूछताछ के दौरान मारवाह ने पुलिस को बताया कि वह कुछ महीनों पहले एक असाइनमेंट पर केरल के तिरुवनंतपुरम में था, तभी उसे एक महिला के द्वारा फेसबुक मैसेंजर पर जोड़ लिया गया।
अधिकारी ने बताया कि मारवाह ने महिलाओं की प्रोफाइल को देखा तो एक पुराना सहकर्मी उसके म्यूचुअल फ्रेंड की लिस्ट में था। उन्होंने महिला से चैटिंग करना शुरू कर दिया। उस महिला की एक दोस्त ने भी उन्हें रिक्वेस्ट भेजी और उनके साथ चैटिंग करने लगी। उन्होंने उसके दो सहकर्मियों से बात की। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने फिर एक-दूसरे से नंबर लिए और व्हॉट्सएप और टेलीग्राम के जरिये बातें होने लगीं। महिलाओं ने मारवाह को इंटरनेट के जरिये वॉइस कॉल भी की। पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिलाओं की प्रोफाइल से रक्षा शाखा के 60 लोग जुड़े मिले, जिनमें से कुछ रिटायर हो चुके अधिकारी थे।